दो स्वदेशी एक्सप्लोसिव डिटेक्टर्स डीआरडीओ ने विकसित किए, सुरक्षा बलों के लिए होंगें अत्यंत उपयोगी

नई दिल्ली।

दो स्वदेशी एक्सप्लोसिव डिटेक्टर्स डीआरडीओ द्वारा विकसित किए गए हैं। सुरक्षा बलों को और अधिक मजबूत बनाने की दिशा में अहम कदम उठाते हुए इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन ऑफ़ इंडिया लिमिटेड, परमाणु ऊर्जा विभाग और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने भारतीय सुरक्षा बलों के लिए दो अलग-अलग प्रकार के एक्सप्लोसिव डिटेक्टर्स देश में ही विकसित हैं।

भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार (PSA) प्रोफेसर अजय कुमार सूद ने इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) के निदेशक तपन कुमार डेका को एक्सप्लोसिव डिटेक्टर्स सौंपे ताकि उन्हें सुरक्षा बलों में तैनात किया जा सके। इस अवसर पर भारतीय थलसेना, SPG, NSG, CISF, ITBP, SSB, BCAS, और SFF जैसी विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

ये डिटेक्टर्स आईबी द्वारा 12 सुरक्षा एजेंसियों को सौंपे जाएंगे ताकि उन्हें फील्ड में तैनात किया जा सके। भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार ने डिटेक्टर्स के सफल उत्पादन को ‘आत्मनिर्भर भारत’ का बेहतरीन उदाहरण बताया।

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