नई दिल्ली।
“पता नहीं रैली क्यों है” ये कहना है विपक्ष की महारैली में 300 रुपये किराए पर वाले दर्शकों का। विपक्ष ने रैली के लिए माहौल बनाना कई दिन पहले से शुरू कर दिया था, लेकिन, इस ‘मेगा शो’ की हवा खाली कुर्सियों ने निकाल दी। रामलीला मैदान में खाली पड़ी ये कुर्सियां ‘इंडिया’ गठबंधन के फ्लॉप शो की जीती-जागती तस्वीर दिखाई देती रही। मंच पर अलग-अलग नेता भाषण देने आए और गए, लेकिन कुर्सियां फिर भी खाली ही रहीं।
विपक्षी गठबंधन (इंडिया) के घटक दलों ने रविवार को ऐतिहासिक रामलीला मैदान से पांच सूत्री मांगें रखीं, जिनमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की तत्काल की रिहाई की मांग भी शामिल है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने विपक्ष की ‘लोकतंत्र बचाओ महारैली’ में मंच से ‘इंडिया’ गठबंधन की तरफ से ये मांगें रखीं।
महारैली में आने वाले दर्शकों ने ही विपक्षी दलों के महागठबंधन की महारैली की पोल खोल दी। रैली में उपस्थित कुछ लोगों से जब रैली आने और रैली का उद्देश्य पूछा तो उन्होंने बताया कि उन्हें कहा गया था कि थोड़ी देर तक रैली में बैठना है और उसके लिए आपको फ्री खाना तथा प्रति व्यक्ति 300 रुपये मिलेंगें।
महारैली की तैयारियां कई दिन से चल रही थीं। लोगों को खाना और पैसे देकर भी लाया गया लेकिन भी बेचारी कुर्सियां खाली पडी हुई खिसियाती रहीं।