I N D I गठबंधन के सहयोगी एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। यूपी, बिहार और बंगाल इन तीन राज्यों में भी मामला ठीक नहीं है। बंगाल में तो पहले ही बात बिगडी हुई है जबकि बिहार में सीट बंटवारे के ऐलान के बाद भी कुछ ठीक नहीं है।
दिल्ली के रामलीला मैदान में विपक्षी दलों की ओर से एकजुटता दिखाने की कोशिश हुई लेकिन ऐसा लग रहा है कि देश की राजधानी से दिया गया संदेश राज्यों तक नहीं पहुंच रहा है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस ने हाल में ऐलान किया था कि वह सभी तीनों सीट पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि उन्होंने उम्मीदवार खड़ा करने और चुनाव लड़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं छोड़ा है। जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेतृत्व का रवैया निराशाजनक और आहत करने वाला है।
INDI गठबंधन से अलग होकर अपना दल (कमेरावादी) की नेता पल्लवी पटेल ने एक नया गठबंधन बना लिया है। अपना दल (कमेरावादी) और मजलिस—ए—इत्तेहाद—उल—मुस्लिमीन (AIMIM) के बीच नया गठबंधन बना है। इतना ही नहीं पल्लवी पटेल ने कहा है कि राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के नेता एवं पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य का आशीर्वाद उनके साथ है।
पल्लवी पटेल ने कहा कि हम राजनीतिक दल हैं तो हमें अपना रास्ता तो बनाना ही होगा और उसी के परिणामस्वरुप हमने यह गठबंधन बनाया है। हमने इस प्रदेश की जनता को एक विकल्प देने का काम किया है।
पूर्णिया सीट सीट ने पूरे बिहार में महागठबंधन की टेंशन बढ़ा दी है। पूर्णिया सीट से बीमा भारती को उम्मीदवार बनाया और नामांकन भी दाखिल कर दिया है। वहीं पप्पू यादव अब भी अपनी जिद पर कायम हैं और कह रहे हैं कि मर जाएंगे लेकिन पूर्णिया नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने कहा है कि वे किसी भी कीमत पर पूर्णिया से ही चुनाव लड़ेंगे।
बंगाल और पंजाब में पहले ही इंडिया गठबंधन के बीच बात नहीं बन सकी है। INDI गठबंधन में कई चुनौतियां हैं। चुनाव से पहले मतभेद की खबरें आ रहीं हैं, लेकिन यदि चुनाव के बीच यदि ऐसी खबरें सामने आती हैं तो इंडिया गठबंधन की राह काफी मुश्किल भरी होगी।