रूस में जन्म दर लगातार कम होने से पुतिन हुए चिंतित

रूस में जन्म दर लगातार कम होने से पुतिन चिंतित हैं। यूएसएसआर के पतन के बाद से रूस जनसांख्यिकीय चुनौतियों का सामना कर रहा है। क्रेमलिन ने शुक्रवार को चेतावनी दी है कि अगर हालात ऐसे ही रहे तो इससे देश के भविष्य को खतरा हो सकता है। रूस इस समय घटती जन्मदर को लेकर बड़ी चिंता में है।

यूक्रेन के साथ हो रहे युद्ध में हजारों सैनिकों के मारे जाने, कोविड में लोगों के मारे जाने, और 17 वर्षों में सबसे कम प्रजनन दर इसके मुख्य कारण बताए जा रहे है। रूस में प्रति महिला जन्म स्तर 1.4 पर पहुंच गया है। इसको लेकर क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने एक मीडिया समारोह में कहा कि ‘यह अब बहुत कम स्तर पर है – 1.4 (प्रति महिला जन्म)। यह यूरोपीय देशों, जापान जैसे देशों के बराबर है, जो देश के भविष्य के लिए विनाशकारी है।’

1991 में सोवियत संघ के विघटन के समय रूस की जनसंख्या लगभग 148 मिलियन थी, जो 1990 के दशक में उच्च मृत्यु दर और कम जन्म दर की लंबी अवधि के बाद अब लगभग 144 मिलियन हो गई है। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की सरकार द्वारा बड़े परिवारों को भुगतान और सब्सिडी की पेशकश के बावजूद देश की जन्म दर सोवियत काल से ठीक नहीं हुई है।

 

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