मुंगेर जिले में आगामी 4 सितंबर को आयोजित किया जाएगा राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम

– छूटे हुए बच्चों को कृमि मुक्ति दवा का सेवन करवाने के लिए 11 सितंबर को मॉप अप दिवस का होगा आयोजन

– जिला भर में 01 से 19 वर्ष तक के लक्षित बच्चों के लिए लिए 7,93,359 अल्बेंडाजोल 400 एमजी टैबलेट्स कि होगी खपत

मुंगेर।

जिले में आगामी 4 सितंबर को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। इस दिन कृमि मुक्ति दवा के रूप में अल्बेंडाजोल का सेवन करने से वंचित रहने वाले बच्चों के लिए 11 सितंबर को मॉप अप राउंड का आयोजन किया जाएगा। इस आशय कि जानकारी सिविल सर्जन डॉ. विनोद कुमार सिन्हा ने दी। उन्होंने बताया कि भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के दिशा- निर्देश के अनुसार प्रति वर्ष साल में दो बार सभी सरकारी और निजी स्कूलों के साथ- साथ सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है।

इस कार्यक्रम के अंतर्गत 0 से 19 वर्ष तक के सभी बच्चों को कृमि मुक्त करने के लिए अल्बेंडाजोल टैबलेट्स 400 एमजी कि खुराक उम्र के अनुसार खिलाई जाती है। इस वर्ष राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम के अंतर्गत मार्च के महीना में राज्य के 13 जिलों में 01 से 19 वर्ष के तक सभी लक्षित बच्चों को सभी सरकारी और निजी स्कूलों में शिक्षकों और आंगनबाड़ी केन्द्रों पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के सहयोग से अल्बेंडाजोल 400 एमजी कि टैबलेट्स खिलाई गई थी।

इसी प्रकार से राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम के दूसरे चरण में मुंगेर सहित शेष बचे सभी 25 जिलों में 4 सितंबर को 01 से 19 वर्ष के सभी लक्षित बच्चों को अल्बेंडाजोल कि टैबलेट्स खिलाई जाएगी। कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए विगत 16 अगस्त को वर्चुअल माध्यम से राज्य स्वास्थ्य समिति के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया था, जिसमें जिला एवं प्रमंडल स्तरीय स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अलावा, डीपीओ आईसीडीएस, डीईओ शिक्षा विभाग के अलावा जीविका के डीपीएम भी शामिल हुए थे।

जिला स्वास्थ्य समिति मुंगेर के जिला कार्यक्रम प्रबंधक (डीपीएम ) मो. फैजान आलम अशरफी ने बताया कि फरवरी 2015 में भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के द्वारा देश के 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस, नेशनल डिवार्मिंग डे (एनडीडी) लॉच किया गया। इस कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए सभी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों पर शिक्षकों और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के सहयोग से 01 से 19 वर्ष तक बच्चों को कृमि मुक्ति दवा के रूप में अल्बेंडाजोल (400 एमजी) दवा सेवन कराने, एडवर्स इवेंट मैनेजमेंट सिस्टम डेवलॉप करने, मोनेट्रिंग एंड सुपर विजन प्लान तैयार करने के साथ – साथ रिकॉर्डिंग और रिपोर्टिंग प्रोसेस के अनुसार काम करने पर फोकस किया गया।

उन्होंने बताया कि 1 से 2 वर्ष तक के बच्चों को शिक्षक या आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के सुपर विजन में आधा टैबलेट खिलाया जाना चाहिए वहीं 2 से 19 वर्ष तक सभी बच्चों को एक पूरा टैबलेट्स चबा कर खाना चाहिए। इस दौरान यदि आवश्यकता हो तो थोड़ा पानी लेना चाहिए। उन्होने बताया कि राष्टीय कृमि मुक्ति दिवस के दिन सभी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंदों पर साफ पानी कि उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी ताकि बड़े बच्चे आसानी से पानी के साथ दवा का सेवन कर सकें।

जिला सामुदायिक उत्प्रेरक (डीसीएम) निखिल राज ने बताया कि जिस जिले में 10 फरवरी से राष्टीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम (एमडीए/आईडीए) आयोजित किया गया था वहां 4 सितंबर को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस आयोजित किया जाएगा। वहीं जिन जिलों में 10 अगस्त से एमडीए/आईडीए कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा हैं वहां अगले वर्ष मार्च के महीने में राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि ऐसा इसलिए किया जाता है क्योंकि दोनों ही कार्यक्रमों में कृमि मुक्ति दवा के रूप में अल्बेंडाजोल का इस्तेमाल होता है। उन्होंने बताया कि मुंगेर जिला में 01 से 19 वर्ष तक के 7,93,359 कि लक्षित जनसंख्या के लिए कुल 7,93,359 अल्बेंडाजोल 400 (एमजी) टैबलेट्स कि आश्यकता होगी।

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