— नए सात में छह अर्बन पीएचसी को मिला सर्टिफिकेट
— 20 नेशनल और 26 राज्य स्तरीय एनक्यूएएस सर्टिफिकेट मिले हैं राज्य को
पटना-
राज्य में नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेट प्राप्त संस्थानों की संख्या में फिर बड़ी बढ़ोतरी हुई है। अब राज्य में कुल 20 नेशनल और 26 राज्य स्तरीय स्वास्थ्य संस्थान को एनक्यूएएस का सर्टिफिकेशन मिल चुका है। वहीं 147 स्वास्थ्य संस्थान असेसमेंट के प्रोसेस में है। मालूम हो कि जिला अस्पताल बेगूसराय 2020 में पहला एनक्यूएएस प्रमाणित अस्पताल बना और इसके बाद जिला अस्पतालों पर ध्यान केंद्रित करते हुए 8 जिला अस्पतालों को एनक्यूएएस प्रमाणित किया गया। अब सभी स्वास्थ्य सुविधाओं का प्रमाणन करने पर जोर दिया जा रहा है। इसके लिए जिला स्तरीय क्वालिटी एश्योरेंस को मजबूत किया जा रहा है।
यूपीएचसी मासूमगंज को सबसे ज्यादा अंक
नवंबर के दूसरे हफ्ते में राज्य के सात स्वास्थ्य संस्थान एनक्यूएएस सर्टिफिकेशन में शामिल हुए। इसमें छह यूपीएचसी और एक पीएचसी शामिल है। सारण के यूपीएचसी मासूमगंज को असेसमेंट के दौरान सबसे ज्यादा 92.80 अंक मिले हैं। एनक्यूएएस प्रमाणीकरण में शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की संख्या से एनयूएचएम के स्टेट प्रोग्राम मैनेजर मो. मसउद आलम कहते हैं कि शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए एनक्यूएएस के पैमाने थोड़े अलग हैं बावजूद एनक्यूएएस प्रमाणीकरण के लिए इन स्वास्थ्य संस्थानों का खरा उतरना शहरी स्वास्थ्य की आधाभूत सेवाओं के लिए काफी अच्छा है। हमारा प्रयास रहेगा कि इस शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मिलने वाली सुविधाएं गुणवत्तापूर्ण और सर्वसुलभ हो।
अगले साल तक 50 प्रतिशत संस्थानों के एनक्यूएएस का लक्ष्य
राज्य में अगले साल तक करीब 50 प्रतिशत स्वास्थ्य संस्थानों को एनक्यूएएस से प्रमाणित करने का लक्ष्य है। एनक्यूएएस के राष्ट्रीय असेसर डॉ माहताब सिंह ने बताया कि ज्यादा से ज्यादा स्वास्थ्य केंद्रों के एनक्यूएएस प्रमाणीकरण से प्राथमिक स्तर पर मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार होगा। गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं भी बढ़ेंगी। स्वास्थ्य केंद्रों पर मरीजों के लिए मिलने वाली सुविधाओं से स्थानीय लोगों का विश्वास बढ़ेगा तो दूरगामी परिणामों में हेल्थ इंडिकेटरों में भी वृद्धि होगी।