– विश्व रक्तदान दिवस • कुल 15 लोगों ने किया रक्तदान, शिविर का सफल संचालन के लिए की गई थी व्यापक व्यवस्था
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– रक्तदान के बाद ब्लड बैंक में स्टोर किया गया संग्रहित ब्लड, जरूरतमंदों को मिलेगी मदद
लखीसराय-
शुक्रवार को विश्व रक्तदान दिवस के अवसर पर महर्षि दयानन्द वैलफेयर ट्रस्ट, लखीसराय के सचिव रणवीर राणा के नेतृत्व में सूर्यगढ़ा प्रखंड के ग्राम – अरमा, पंचायत भवन ( पोखर पर ) आयोजित शिविर में कुल 12 यूनिट रक्त संग्रह किया गया। इनमे विकाश कुमार, अशोक कुमार, कुमार यशवीर, रौनक कुमार, शशि भूषण कुमार, अनुराग कुमार, ब्रजेश कुमार , राजीव रंजन आदि ने अपने स्वेच्छा से रक्तदान किया। इस मौके पर ट्रस्ट के बिहार प्रदेश अध्यक्ष बिमल कुशवाहा एवं सचिव शशि भूषण कुशवाहा, रक्त केंद्र के प्रयोगशाला प्रावैधिक अभिषेक कुमार, अरबिंद कुमार, परामर्शी गुड्डू कुमार आदि मौजूद थे।
वहीं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा आयोजित रक्तदान शिविर में सिविल सर्जन डाॅ बीपी सिन्हा की अध्यक्षता एवं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, लखीसराय के अध्यक्ष डॉ रामानुज प्रसाद सिंह एवं सचिव डॉ पंकज कुमार की उपस्थिति में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, लखीसराय के सहयोग से सदर अस्पताल परिसर स्थित रक्त केंद्र में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में मूल 03 यूनिट रक्त का संग्रह किया गया।
सदर अस्पताल में आयोजित इस शिविर में अजय कुमार सुमन, संजय कुमार एवं विक्रम कनौडिया ने रक्तदान किया। इस मौके पर सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ राकेश कुमार, जिला कार्यक्रम प्रबंधक अरविन्द रॉय, मनोरंजन कुमार, प्रयोगशाला प्रावैधिक अभिषेक कुमार, रूबी कुमारी, डाटा ऑपरेटर आनंद आदि मौजूद थे। दोनों जगहों पर शिविर का सफल संचालन के लिए व्यापक व्यवस्था की गई थी। ताकि रक्तदान करने वाले रक्तदाता को किसी प्रकार की कोई असुविधा नहीं हो और सभी लोग सुविधाजनक तरीके से रक्तदान कर सके। वहीं, रक्तदान के पूर्व सभी रक्तदाता का ड्यूटी पर तैनात मेडिकल टीम द्वारा स्वास्थ्य जाँच भी किया गया और जाँच पश्चात ही रक्तदान की इजाजत दी गई। इसके अलावा स्वास्थ्य टीम रक्तदान करने वाले सभी रक्तदाता को आवश्यक चिकित्सा परामर्श और रक्तदान होने वाले शारीरिक फायदे की जानकारी दी गई। वहीं, रक्तदान के बाद संग्रहित खून ब्लड बैंक में स्टोर किया गया।
– जीवन का सर्वोच्च दान है रक्तदान, इससे बड़ा कोई दान नहीं :
सिविल सर्जन डाॅ बीपी सिन्हा ने रक्तदाता समेत मौजूद पूरी स्वास्थ्य टीम को संबोधित करते हुए कहा, रक्तदान जीवन का सर्वोच्च दान है। इससे बड़ा कोई दान नहीं हो सकता है। इसलिए, आपलोग निःस्वार्थ भाव से जिस तरह उत्साह के साथ रक्तदान कर रहें हैं, यह वाकई काबिले तारीफ है। आपका रक्त किसकी जान बचाएगी, यह कोई नहीं जानता है। मैं इस कार्य के लिए सभी रक्तदाताओं का दिल से आभार व्यक्त करता हूँ। साथ ही मैं अन्य लोगों से भी अपील करता हूँ कि जो भी व्यक्ति सक्षम हैं, वह जरूर रक्तदान करें।
– शिविर में कुल 12 रक्तदाताओं ने किया रक्तदान :
सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ राकेश कुमार, ने बताया, शिविर के दौरान रक्तदाताओं ने पूरी उत्साह के साथ स्वैच्छिक रक्तदान किया। इसके लिए सभी रक्तदाता धन्यवाद के पात्र हैं। वहीं, उन्होंने बताया, कोई भी स्वस्थ व्यक्ति रक्त दान कर सकते हैं। इससे किसी भी प्रकार की शारीरिक परेशानी नहीं होगी। बल्कि, शरीर को नई ऊर्जा मिलेगी। रक्तदान के पूर्व मेडिकल टीम द्वारा डोनर का स्वास्थ्य जाँच के बाद ही उन्हें रक्तदान करने की इजाजत दी गई। ताकि रक्तदान करने वालों को किसी भी तरह की कोई शारीरिक पीड़ा नहीं हो और सुरक्षित माहौल में रक्तदान कर सके।
– रक्तदान से शरीर में बनता है नया खून, रहें स्वस्थ्य :
ट्रस्ट के बिहार प्रदेश अध्यक्ष बिमल कुशवाहा ने कहा, रक्तदान महादान है और तमाम सुरक्षा उपायों का पालन करते हुए रक्तदान किया जा सकता है। रक्तदान करने से कई फायदे भी हैं। यह शरीर में नई रक्त कोशिकाओं का निर्माण करता है और आपको स्वस्थ्य रखता है। रक्तदान से ह्रदयाघात की संभावना कम होती है। इसलिए, स्वस्थ व्यक्ति बेहिचक अपना रक्तदान कर सकते हैं।
– रक्तविकार संंबंधी रोगियों को होती है ब्लड की जरूरत :
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, लखीसराय के अध्यक्ष डॉ रामानुज प्रसाद सिंह ने कहा, रक्तविकार संबंधी कई ऐसी बीमारियां हैं, जिसके लिए ब्लड की जरूरत होती है। ऐसे में उनलोगों का ध्यान रखना भी सभी की जिम्मेदारी हो जाती है। रक्तविकार की समस्याओं, जैसे – थैलीसीमिया, हीमोफीलिया व ब्लड कैंसर से प्रभावित लोगों को रक्त की हमेशा जरूरत होती है। एनीमिया प्रभावित गर्भवती महिलाओं के प्रसव संबंधी जोखिम को कम करने के लिए भी रक्त की जरूरत होती है। अत्यधिक रक्तस्राव से प्रसूता की जान भी जा सकती है। वहीं, अन्य प्रकार के सर्जरी के दौरान भी रक्त की जरूरत लोगों को होती है। ऐसे समय के लिए अधिकतर लोग ब्लड बैंक पर ही निर्भर होते हैं। खून की आवश्यकता की पूर्ति तभी संभव है, जब ब्लड बैंक में पर्याप्त खून का भंडारण किया गया हो। ऐसे में एक स्वस्थ्य व्यक्ति द्वारा रक्तदान किया जाना महादान माना जाता है।