शरीर में विटामिन की है माया अर्थात विटामिन हमारे शरीर में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इनका उचित मात्रा में सेवन करने से सुंदर मुखड़ा और स्वस्थ काया बनाई जा सकती है। इनके विषय में कुछ खास बातें है आपको बता रहे हैं।
शरीर के विकास में विटामिन A वृद्धि के लिए अच्छा स्रोत होता है। विटामिन A के सेवन से सबसे अधिक आंखों की बीमारी में आराम मिलता है। इसकी कमी होने पर गाजर, सोयाबीन, कद्दू, चुकंदर, टमाटर हरे पत्तेदार सब्जी, आम, पपीता में भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
विटामिन बी में अन्य विटामिन मौजूद होते हैं जैसे राइबोफ्लेविन, निकोटिनिक एसिड, फोलिक एसिड, विटामिन- बी12 । इसकी कमी होने पर वजन घटना, भूख नहीं लगना, बेरी-बेरी जैसी समस्या उत्पन्न होने लगती है। इसकी कमी को पूरा करने के लिए पत्ता गोभी, हरे प्याज, गाजर, सलाद, संतरा, नींबू जरूर खाना चाहिए।
विटामिन सी की कमी होने पर कई सारी छोटी-मोटी बीमारी होने लगती है। जैसे दांतों का दुखना, मसूड़ों से खून आना, स्कर्वी बीमारी, रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होना। विटामिन सी कई सारे फल और सब्जियों में भरपूर मात्रा में पाया जाता है। फल में संतरा, मौसमी, अंगूर खा सकते हैं। सब्जियों में अंकुरित मूंग, चना, हरी और लाल मिर्च, पालक, सरसों का साग, आलू, टमाटर, नींबू में मुख्य रूप से पाया जाता है अतः इनका उचित मात्रा में सेवन करते रहना चाहिए।
विटामिन डी की कमी होने पर डिप्रेशन, हड्डियों में कमजोरी, नींद की कमी होने लगती है। विटामिन डी की कमी होने पर सूरज की रोशनी लेने की सलाह दी जाती है। साथ ही विटामिन डी से भरपूर फल और सब्जियों का सेवन भी करना चाहिए। संतरे का एक कप ज्यूस पीने से विटामिन डी की कमी पूरी होती है। संतरे का ज्यूस हड्डियों को भी मजबूत करता है। संतरे में विटामिन सी, फोलेट और पोटेशियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। दूध, मशरूम भी विटामिन डी की पूर्ति करने का अच्छा स्रोत हैं।
विटामिन E शरीर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसकी कमी से शरीर में प्रजनन क्षमता की कमी आती है। कोलेस्ट्रॉल, इम्यूनिटी और एलर्जी आदि की समस्या इसी विटामिन की कमी से होती है। बादाम, सरसों के बीज, कद्दू, ड्राई फ्रूट्स, लाल शिमला मिर्च, चुकंदर, पालक आदि के सेवन से इस विटामिन की कमी पूरी हो जाती है।
विटामिन K रक्त के थक्के जमने और हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। खून से संबंधित रोग भी विटामिन के की कमी से होते हैं, हरी पत्तेदार सब्जियां और अनार विटामिन K की कमी को पूरा करने के क्षमता रखते हैं। सीलिएक रोग और सिस्टिक फाइब्रोसिस जैसी स्थितियों में विटामिन K की कमी हो सकती है।