–सिविल सोसायटी ऑफ़ आगरा ने उटंगन के मानसून कालीन गेज की सूचना उपलब्ध करवायी
जिला पंचायत अध्यक्ष उटंगन नदी पर फतेहाबाद तहसील के रेहावली गांव में बांध बनवाने की योजना के क्रियान्वयन के लिये गंभीर प्रयास करेंगी। सिविल सोसायटी ऑफ़ आगरा के प्रतिनिधियों से शमशाबाद रोड स्थित अपने कैंप आफिस पर चर्चा करते हुए कहा कि योजना न केवल उपयोगी है,अपितु भूगर्भ जल के स्तर में आ रही गिरावट थामने को बेहद उपयोगी है।
–वाटरशेड प्रबंधन प्रभावी हो:
सिविल सोसायटी ऑफ़ आगरा के सदस्यों ने कहा कि जलाशयों के जलग्रहण क्षेत्रों (water catchment area )के जल प्रबंधन(watershed) को लेकर कोई ठोस कदम अब तक नहीं उठाये जा रहे हैं, इनमें प्रस्तावित रेहावली बांध बहु उपयोगी एवं अन्य योजनाओं के लिये आदर्श है।जनपद की गैर मानसून काल में जल शून्य रहने वाली उटंगन नदी तक में मानसून काल में पहुंचने वाली कई अरब घन मीटर जलराशि का संचय करने के लिये योजना बनाने तक पर काम शुरू नहीं हो सका है।
–योजना बनाकर शासन को तो भिजवाये:
सिविल सोसायटी ऑफ़ आगरा की ओर से अनुरोध किया गया कि उटंगन नदी में पहुंचने वाले यमुना नदी के उफान को समेटे रखने के लिये कार्य योजना बनवा कर शासन को तो विचारार्थ भिजवाये जिससे कि उसकी फंडिंग और क्रियान्वयन पर कार्य शुरू हो सके।
सिविल सोसायटी ऑफ़ आगरा के द्वारा अधिशासी अभियन्ता, अनुसंधान एवं नियोजन खण्ड, अलीगढ़ के द्वारा अपेक्षित किये गये उटंगन और यमुना नदी के मानसून कालीन जलस्तर की जानकारी में से उटंगन नदी के संबंध में संभव जानकारी तो उपलब्ध करवादी है,अगर आवश्यक हुआ तो यमुना नदी के जलस्तर की पचास साला जानकारी भी उपलब्ध करवा दी जायेगी।सोसायटी के सदस्यों ने जिला पंचायत अध्यक्ष से कहा कि उटंगन नदी केन्द्रीय जल आयोग के नियंत्रण या प्रबंधन में नहीं आती । रेहावली गांव नदी की टेल पर है और बांध जहां बनाया जाना प्रस्तावित है,वह स्थान यमुना नदी से 2 कि मी दूर है।
–उटंगन केन्द्रीय जल आयोग के दायरे में नहीं:
वैसे उटंगन एक अंतरराज्यीय नदी है, राजस्थान में गंभीर नदी के नाम से जानी जाती है। नदी की पूरी लंबाई कुल 288 कि मी है, जबकि उ प्र में इसका बहाव 66 कि मी है। यह राजस्थान से उ प्र की सीमा में किरावली तहसील के सिरौली गांव से प्रवेश करती है और रिहावली गांव में यमुना नदी में समाती है। राजस्थान सरकार ने इसका पूरा पानी करौली के पांचना बांध और भरतपुर के अजान बांध पर रोक लिया है।वर्तमान में जो भी जलराशि मानसून काल में नदी के 19 कि मी अेल वाले भाग में पहुंचती है,वह खारी नदी,वेस्टर्न डिप्रेशन ड्रेन (डब्लू डी ड्रेन) और जगनेर की 36 बंधियों के डिस्चार्ज की होती है। इसके अलावा यमुना नदी के मानसून कालीन उफान की होती है।
सिविल सोसायटी ऑफ़ आगरा के सेक्रेटरी अनिल शर्मा ने कहा कि नदी में अरनौटा रेलवे पुल के डाउन से रेहावली गांव तक मानसून काल में यमुना नदी के बैक मारने से जो जलराशि पहुंचती है ,अगर यह जानकारी अपेक्षित होगी सिविल सोसायटी वह भी उपलब्ध करवादेगी।
जिला पंचायत अध्यक्ष से मुलाकात करने वालों में सचिव श्री अनिल शर्मा के अलावा राजीव सक्सेना और असलम सलीमी भी शामिल थे।