आगरा।
पर्यटन नीति की आधारभूत जरूरत होती है, महानगर या सैलानियों के आकर्षक उपयुक्त स्थल तक पहुंच सहज होना, नगर निगम, जिला पंचायत और ग्राम सभाओं की ढांचागत सुविधाओं के विस्तार और विकास से कमोवेश सुविधाएं सुलभ हो रही हैं। लेकिन आधारभूत जरूरत महानगर की एयर कनेक्टिविटी की स्थिति में कोई सुधार नहीं हो सका है।
सबसे अधिक निराशा यात्रियों की सुविधा के लिये एयर फोर्स स्टेशन आगरा के अर्जुन नगर गेट से लगभग 100 मीटर दूरी पर बनकर खडी यात्री लाऊंज (यात्री विश्राम ग्रह) का उपयोग शुरू न हो पाने को लेकर है। पूरा टूरिस्ट सीजन बीत जाने को है, लेकिन यात्री विश्राम ग्रह शुरू नहीं हो सका।
पूर्व मंडलायुक्त श्रीमती ऋतु महेश्वरी ने इसके लिए आदेश दिया था। अब तो उनका स्थानान्तरण भी हो चुका किंतु हवाई यात्रियों के लिये महत्वपूर्ण सेवा शुरू नहीं हो पाना टूरिस्ट ट्रेड के संगठनों सहित आम शहरवासियों के लिए भी चिंता का विषय है। सिविल सोसायटी ऑफ आगरा प्रदेश सरकार के पर्यटन सचिव और नागरिक उड्डयन विभाग से लाऊंज शुरू न हो पाने की जानकारी सार्वजनिक करने की अपेक्षा करती है।
आगरा में नया सिविल एयरपोर्ट धनौली में बनाये जाने का काम शुरू हो गया है किंतु कम से कम तीन साल लगना अनुमानित है, यानी अगले तीन या चार पर्यटन सत्रों में मौजूदा सिविल एन्क्लेव का ही उपयोग किया जाना जारी रहेगा।
सिविल सोसायटी स्तर से प्रयास :
सिविल सोसायटी ऑफ़ आगरा की एयरकनैक्टिविटी नागरिक पहुंच लायक और सुविधाजनक करने को हमेशा सक्रिय रही, एयरपोर्ट लाउंज फंक्शनल न हो पाने को लेकर सक्रिय है और इसके लिये प्रयास कर रही है।
1. सिविल सोसायटी ऑफ़ आगरा की ओर से 24 नवंबर 24 को एयर चीफ मार्शल और रक्षा मंत्री को पत्र लिखा गया है, जिसमें दोनों से अनुरोध किया गया है कि वे इस बात की जांच करें कि 23 दिसंबर 2023 से यात्री लाउंज क्यों नहीं चालू किया गया है।
2. जनवरी, 2025 में पुन: पत्र का रिमाइंडर भेजा गया है।
3. पत्राचार के माध्यम से मंत्रियों के संज्ञान में लाने का प्रयास किया गया है कि यात्रि लाऊंज के लिये रक्षा मंत्रालय द्वारा दिनांक 14-3-22022 को कार्य अनुमति प्रदान की गई थी,जिसके बाद इसका निर्माण शुरू किया गया । भारतीय वायुसेना और एएआई के बीच एक समझौता ज्ञापन पर 12-12-2022 को सहमति हस्ताक्षर भी हुए।
4. सिविल सोसायटी ऑफ़ आगरा उपलब्ध आधिकारिक जानकारियों के आधार पर कहती है कि यात्री लाउंज और इसकी आवश्यकता पर सिविल एयरपोर्ट एडवाइजरी कमेटी की बैठकों में विस्तार से चर्चा की गई है। किंतु इनमें से एक भी बैठक में कमेटी के किसी भी सदस्य के द्वारा लाऊज के फंक्शनल करने को लेकर कोई पूछ ताछ या प्रयास नहीं किया गया।
5. अब स्थिति यह है कि लगभग 7 करोड़ की लागत से लाऊंज बन कर खड़ा है,किंतु इसका उपयोग शुरू नहीं हो सका है।यही नहीं भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को लीज रेंट के रूप में प्रतिवर्ष 14 लाख रुपए से अधिक का भुगतान और देना पड़ रहा है।
सिविल सोसायटी ऑफ़ आगरा के सीधे प्रश्न :
1. भारतीय वायुसेना यात्री लाउंज का संचालन क्यों नहीं कर रही है?
2. एएआई इस मुद्दे पर चुप क्यों है और निर्माण में लगभग 7 करोड़ खर्च करने और किराए के रूप में 14 लाख रुपये से अधिक का भुगतान करने की स्थिति क्यों बनी ?
3. क्या यह सार्वजनिक धन के दुरुपयोग का मामला नहीं है ? और इसकी जांच होनी चाहिए ।
4. एयरपोर्ट एडवाइजरी कमेटी चुप क्यों है? समिति का अध्यक्ष केंद्र में मंत्री है। उनकी नागर विमानन और रक्षा मंत्री से मुलाकात अत्यंत सहज है,फिर इस समस्या के समाधान में क्यों विलंब हो रहा है। कमेटी के मेंबर खुद देश विदेश में प्रतिवर्ष हवाई यात्रा करते हैं और यात्री सुविधाओं को भली भांति जानते हैं।