फाइलेरिया उन्मूलन के लिए सर्वजन दवा सेवन अभियान का जिले में हुआ शुभारंभ

अपंगता का प्रमुख कारण है फाइलेरिया , उन्मूलन हेतु जरुर खायें दवा : जिलाधिकारी

जिलाधिकारी ने खुद फाइलेरिया – रोधी दवा खा कर अभियान का किया उद्घाटन

शेखपुरा।

जिले के सभी प्रखंडों में फाइलेरिया जैसी गंभीर बीमारी से बचाव हेतु सर्वजन -दवा सेवन अभियान का उद्घाटन जिलाधिकारी आरिफ अहसन ने खुद सदर अस्पताल के प्रांगन में दवा खाकर की।

इस मौके पर जिलाधिकारी ने समुदाय को संबोधित करते हुए कहा, फाइलेरिया एक गंभीर बीमारी है। अगर हाथीपांव के रूप में किसी इंसान को हो जाय तो वो इंसान पूरी जिंदगी शारीरिक एवं मानसिक परेशानी झेलने के साथ -साथ आर्थिक परेशानी का भी सामना करता है।

इस बीमारी से गंभीर परिणाम क्या होते हैं ये में खुद बचपन से देखता आ रहा हूं। इसलिए मैं जिले के सभी लोगों से अपील करता हूं कि इस सर्वजन -दवा सेवन अभियान में जब स्वास्थ्यकर्मी आपके द्वार दवा खिलाने के लिए जाएं तो फाइलेरिया रोधी दवा जरूर खाएं
इस मोके पर जिलाधिकारी ने कहा इस बीमारी से बचने हेतु दवा खाने के लिए जो समय -सीमा निर्धारित किया गया है, तब तक दवा जरूर खायें यानी लगातार पांच वर्षो तक फलेरिया रोधी दवा खाना जरूरी होता है। तभी हम फलेरिया से अपना पूर्ण बचाव कर पायेंगे। उन्होंने कहा हम सब इस बात को भली -भांती जानते हैं की फाइलेरिया बीमारी मादा क्यूलेस मच्छर के काटने से होता है। ये मच्छर पनपे ही नहीं हमें इस बात का भी पूरा ख्याल रखना चाहिए।

ऊन्होने इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग को निर्देश देते ही कहा की समुदाय को दवा खिलाने हेतु जो टीम जाती है उसकी निगरानी के साथ – साथ रिपोर्टिंग भी करनी है। ताकि दवा खाने के लिए जो लक्ष्य निर्धारित किया गया है उस लक्ष्य को हम पूरा कर सकें।

उद्घाटन के मोके पर जिला वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार सिंह ने कहा इस अभियान के लिए कुल 347 टीम को लगाया गया है। जो जिले के सभी प्रखंड के गाँवो में घर -घर जाकर लोगों को अपने सामने ही दवा खिलाएगी। साथ ही उन्हें इस बीमारी से बचने के बारे में भी जागरूक करेगी। इस अभियान के लिए आज से पूरे जिला में जागरूकता रथ को भी चलाया जा रहा है।

इस रथ के माध्यम से माइकिंग के द्वारा लोगों को फाइलेरिया बीमारी के बारे में जागरूकता के साथ -साथ ये भी बताया जाएगा की अगर दवा नहीं खाते हैं तो इसके परिणाम क्या -क्या हो सकते हैं। सर्वजन -दवा सेवन अभियान कुल 17 दिनों तक चलाया जाना है जिसमें अंतिम 3 दिनों तक बूथ लगाकर लोगों को दवा खिलाया जाएगा।

डॉ अशोक ने कहा की इस दवा को खाने से कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। अगर किसी को दवा खाने के बाद हल्का चक्कर, मितली या उलटी होता है तो घबराएं नहीं, ये आपके लिए शुभ -संकेत है कि फाइलेरिया के परजीवी जो आपके अंदर था वो मर रहे हैं। उन्होंने कहा कभी भी बिषम परिस्थिति से निपटने के लिए जिला -स्तर से लेकर प्रखंड स्तर तक रैपिड रिस्पोंस टीम बनाया गया है।

याद रखना चाहिए :
* दो साल से कम उम्र के बच्चों को फाइलेरिया की दवा नहीं खिलानी है।
* गर्भवती महिलाओं एवं गंभीर रोग से पीड़ित व्यक्तियों के छोड़कर सभी स्वस्थ लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन है करानी।
• फाइलेरिया रोधी दवा कभी भी खाली पेट नहीं खानी है।

इस मौके पर जिला सूचना जनसंपर्क पदाधिकारी सौरभ कुमार, डीएस मो. नौसाद आलम, जिला वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी श्याम सुंदर कुमार एवं नेहा कुमारी, बीसीएम प्रभास कुमार, बीडीएस मनोज कुमार, सीफार एवं पिरामल के प्रतनिधि के साथ अन्य स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे ।

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