इस्लाम अरबी धर्म है, भारत में तो हर कोई हिंदू था। लोग हिंदू से मुसलमान बनाए गए थे। विदेशी आक्रमणकारी आए और जबरदस्ती धर्मांतरण कराया गया। मूल रूप से हम सभी हिंदू धर्म से परिवर्तित हुए हैं। हम सभी एक ही संस्कृति का हिस्सा हैं।
मध्य प्रदेश के आईएएस अधिकारी नियाज खान ने हाल ही में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में लिखा कि उन मुसलमानों को, जो अरबी संस्कृति को आदर्श मानते हैं, उन्हें फिर से सोचना चाहिए। पहले हिंदूओं को अपने भाई समझो फिर अरबी।
उन्होंने कहा, “मैं नियमित रूप से हिंदू-मुसलमान से जुड़ी खबरें पढ़ता हूं और मैंने सोचा कि क्यों न मैं अपने विचार साझा करूं। हम सबका मूल एक ही है। यह राष्ट्र शुरू से ही हिंदू था। विदेशी शासक आए, धर्मांतरण हुआ, फिर इस्लाम, ईसाई धर्म और अन्य धर्मों का प्रसार हुआ। मूल रूप से हम सभी भाई हैं। आज भले ही हमारे धार्मिक विश्वास अलग हों, लेकिन मूल रूप से हम सब यहीं से परिवर्तित हुए हैं। केवल 1-2 प्रतिशत लोग ही अरब से आए होंगे, बाकी के अधिकांश लोग भारतीय मूल के हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “हम सभी संप्रदायिक सद्भाव से साथ रह सकते हैं। हर धर्म का अपना महत्व है, लेकिन अगर कोई मेरी जीनोम की जांच कराए तो यह अरब देशों से मेल नहीं खाएगा। यह भारत से मेल खाएगा।