प्रयागराज –
प्रयागराज की पावन धरती पर लगने वाले महाकुंभ में वैसे तो हजारों की संख्या में संत महात्मा नागा बाबा और करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं लेकिन इस बार महाकुंभ में पूर्वोत्तर के लिए कुछ बेहद खास और विशेष है उन सात राज्यों से इस बार भारी संख्या में श्रद्धालु प्रयागराज आए जिसमें सभी तरह के लोग शामिल हैं जिनके रहने और खाने की विशेष सुविधा मेला क्षेत्र में श्री गरुड़ दास जी महाराज भक्ति योग संघ गुवाहाटी के महामंडलेश्वर स्वामी श्री श्री केशव दास जी महाराज ने अपने शिविर में उपलब्ध कराई ।राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ विश्व हिंदू परिषद व अन्य हिंदू संगठनों ने श्री केशव जी को पूर्वोत्तर के सभी सात राज्यों के साधु संतों को एकजुट कर प्रयागराज महाकुंभ में बुलाया और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी विशेष रूप से आने का न्योता दिया , इसके उपरांत महाकुंभ में भव्य शिविर का आयोजन किया गया जिसमें श्रद्धालुओं के लिए विशेष सुविधा भी मुहैया कराई गई है शिविर में पूर्वोत्तर के सभी राज्यों से भारी संख्या में संत महात्माओं का आगमन हुआ जो प्रयागराज कुंभ के इतिहास में पहली बार हुआ कि लोग भारी संख्या में प्रयागराज की धरती पर पूर्वोत्तर से हजारों की संख्या में संत महात्मा पधारे हैं जो अपने आप में बहुत बड़ी उपलब्धि और गौरव की बात है श्री केशव जी ने कहा कि महाकुंभ शिविर के संबंध में सातों राज्यों के लोगों में संदेश पहुंचाया गया ताकि ज्यादा से ज्यादा से ज्यादा संख्या में श्रद्धालु प्रयाग महाकुंभ में पहुंचकर अमृत स्नान कर पुण्य लाभ उठा सके, उन्होंने कहा कि यह संघ मुख्य रूप से असम में विराजमान माता कामाख्या देवी जी के जी से जुड़ा हुआ है इस वजह से असम के मुख्यमंत्री का विशेष ध्यान एवं सहयोग है वहां के संपन्न और सम्मानित लोग भी यहां शिविर में आकर सहयोग कर रहे हैं,महाराज जी ने कहा कि संघ की मुख्य संघ का मुख्य उद्देश्य सातों राज्यों में सनातन को मजबूत करने और सनातन विरोधी तत्वों को ध्वस्त करने के लिए संकल्पबद्ध है और इस दिशा में हम सभी साधु संत मिलकर कार्य कर रहे हैं सरकार का पूरा सहयोगी मिल रहा है शिविर में हाई कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता देवेंद्र गुप्ता और साधना गुप्ता आर एस एस द्वारा दिए गए दायित्व का बखूबी निर्वहन कर रहे हैं।व्यवस्थापक के रूप में जुड़कर कार्य कर रहे हैं उन्होंने कहा कि अब तक यहां पर लाखों की संख्या में लोगों ने भोजन प्रसाद और जलपान किया। शिविर में तीस पैंतीस लोगों की टीम सेवा में लगे हैं