नई दिल्ली।
दिल्ली मेट्रो ने लॉजिस्टिक्स कंपनी ब्लू डार्ट के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए, मेट्रो के जरिये दिल्ली-एनसीआर में गैर-पीक घंटों में पैकेजों की ढुलाई की जाएगी। यह कार्गो सेवा मेट्रो की शुरुआती कुछ ट्रेनों के अंतिम डिब्बों में संचालित होगी, ताकि यात्रियों पर कोई प्रभाव न पड़े।
मैट्रो अधिकारियों ने बताया कि यह पहल मैड्रिड मेट्रो से प्रेरित है, जहां अक्टूबर 2024 में एक पायलट प्रोजेक्ट के तहत मेट्रो नेटवर्क का उपयोग पार्सल डिलीवरी के लिए किया गया था। हालांकि, दिल्ली मेट्रो एक हाइब्रिड मॉडल अपनाएगी, जिसमें यात्री और कार्गो एक ही ट्रेन में सफर करेंगे, जबकि मैड्रिड मॉडल में सिर्फ मालवाहक ट्रेन का इस्तेमाल किया गया था।
मैट्रो अधिकारियों ने बताया कि यह पहल दक्षिण एशिया-प्रशांत क्षेत्र में पहली बार की जा रही है और यह पर्यावरण-संरक्षण और टिकाऊ लॉजिस्टिक्स समाधानों को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। ‘यह समाधान सड़क परिवहन पर निर्भरता कम करेगा, जिससे ट्रैफिक जाम में कमी आएगी और वाहनों से होने वाला प्रदूषण भी घटेगा।