अब डेढ़ घंटे के अंदर आ जाएगी सैंपल की रिपोर्ट
-जल्द इलाज शुरू होने से जल्द स्वस्थ होंगे मरीज
भागलपुर, 2 मई
जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल (जेएलएनएमसीएच) में शनिवार से कोरोना मरीजों की जांच शुरू हो गई। अस्पताल के कल्चर एंड डीएसटी लैब में 3 कोरोना के संदिग्ध मरीजों का सैंपल लेकर जांच की गई।
जेएलएनएमसीएच के कोरोना आइसोलेशन वार्ड के नोडल प्रभारी डॉ. हेमशंकर शर्मा ने बताया कि शनिवार को स्वास्थ्य विभाग बिहार की तरफ से जांच के लिए जरूरी 360 कार्ट्रिज आया। लैब में 1 मई को कोरोना संक्रमित क्षेत्र जमालपुर सदर से ड्यूटी कर लौटे डिस्ट्रिक्ट रेस्पॉन्स टीम के 3 सदस्यों का सैंपल लेकर कल्चर एंड डीएसटी लैब में जांच कराई गई। इसकी रिपोर्ट शाम तक मिल जाएगी। डॉ. शर्मा ने बताया कि लैब में भागलपुर और बांका जिले के कोरोना संदिग्धों का कोरोना जांच की जाएगी। मौजूदा कार्ट्रिज की संख्या के हिसाब से अगले 6 से 7 दिनों तक कोरोना जांच हो सकेगी।
मालूम हो कि जेएलएनएमसीएच में तीन मई से कोरोना जांच शुरू होनी थी, लेकिन अस्पताल प्रबंधन की तन्मयता से 1 दिन पहले से ही जांच शुरू हो गई। अधीक्षक डॉ. आरसी मंडल ने कहा कि मायागंज अस्पताल परिसर स्थित कल्चर एंड डीएसटी लैब को कोरोना जांच लैब के मानकों के अनुसार तैयार कर लिया गया है। जांच के लिए जरूरी कार्ट्रिज का इंतजार था, शनिवार को कार्टिज आते ही जांच शुरू हो गई।
3 मशीनों के जरिये हर रोज 112 सैंपल की जांच : कल्चर एंड डीएसटी लैब में कोरोना जांच के लिए 3 सीबी नॉट मशीन लगायी जा चुकी है। जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल के प्राचार्य डॉ. हेमंत कुमार सिन्हा ने कहा कि तीनों मशीनों के जरिये हर रोज 112 मरीजों की कोरोना जांच की जा सकेगी। बड़ी बात यह कि एक सैंपल की जांच रिपोर्ट अब डेढ़ घंटे के अंदर मिल जायेगी। कोरोना जांच के लिए कॉलेज से चार लैब टेक्नीशियन, दो माइक्रोबॉयोलॉजिस्ट की तैनाती लैब में कर दी गयी है। ये जांच माइक्रोबॉयोलॉजी विभाग जेएलएनएमसीएच के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. एसएन तिवारी की देखरेख में की जायेगी।
मरीज का जल्द शुरू हो सकेगा इलाज: जेएलएनएमसीएच के कोरोना आइसोलेशन वार्ड के प्रभारी डॉ. हेमशंकर शर्मा कहते हैं कि अस्पताल में कोरोना जांच की सुविधा शुरू होने से मरीजों के इलाज जल्द से जल्द शुरू किया जा सकेगा। आज की तारीख में सैंपल लेकर उसे कोरोना जांच के लिए पटना भेजने व वहां से रिपोर्ट मिलने में दो से तीन दिन का समय लग रहा है। जब तक की जांच रिपोर्ट नहीं आती है, तब तक मरीज का इलाज शुरू नहीं हो पाता है। ऐसे में अब डेढ़ घंटे में कोरोना संदिग्ध की जांच रिपोर्ट आने से मरीज का इलाज जल्द से जल्द शुरू हो सकेगा, जिससे उसके रिकवरी होने का चांस और भी बढ़ जायेगा।