-लोगों को अफवाहों से दूर रख दे रहीं कोरोना से बचने की सही जानकारी
-घर लौटे प्रवासी कामगारों के बीच भी उपलब्ध करा रही गर्भनिरोधक साधन
लखीसराय, 2 मई:
जिला का प्रखंड सूर्यगढ़ा, हाल के दिनों में कोरोना संक्रमण की वजह से अखबारों की सुर्खियों में था. जिसके लिए आशाओं को डोर टू डोर सर्वे करने के लिए भी कहा गया है. कोरोना संक्रमण की भयावह स्थिति में जहां लोग घरों में बंद हैं, ऐसे में सूर्यगढ़ा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की आशा नीतू कुमारी लॉकडाउन में स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए वरदान साबित हो रही हैं। वह बिना भयभीत हुए गांव गांव घूम कर लोगों को कोरोना संक्रमण के लक्षण तथा इससे बचाव की जानकारी दे रही हैं.
इसके साथ ही वे डोर टू डोर सर्वे कर लोगों की सूची भी बनाने का काम किया हैं. गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व प्रबंधन और नवजात शिशुओं के लिए उनके सही पोषण की जानकारी तथा गर्भनिरोधक साधन भी उपलब्ध करा रही हैं. डर को पीछे छोड़ पूरा कर रहीं सर्वे: नीतू बताती हैं कि प्रवासी कामगारों के आने के साथ ही सभी आशा सहित आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को डोर टू डोर सर्वे करने संबंधी निर्देश दिये गये हैं.
प्रखंड से कोरोना संक्रमण की घटना सामने आने के बाद कई बार डर भी लगा लेकिन इन सब डर को पीछे छोड़ सर्वे के लिए गांव गांव गयें. सर्वे के दौरान कई बार प्रवासी कामगारों के परिवार डरे हुए दिखें. कई ने जानकारी महज इस वजह से नहीं देनी चाही कि कहीं उनके साथ गाँव के लोगों का व्यवहार न बदल जाये. लेकिन जब ऐसे लोगों को पूरी तरह आश्वस्त किया गया कि ऐसा कुछ भी उनके साथ नहीं होगा, बल्कि उनकी व उनके परिवार की सुरक्षा के लिए स्क्रीनिंग किया जाना जरूरी है तो वे अपने संबंध में जानकारी देने के लिए राजी हो गये.
वह बताती हैं, अफवाओं से दूर रख दे रही कोरोना से बचाव की जानकारी: नीतू बताती हैं कि कई जगहों पर तो सिर्फ उनका विरोध इसलिए किया जाता था कि सर्वे कार्य संबंधी दीवारों पर चिन्ह बनाये जाने वाली रंग के बारे में ग्रामीणों का सोचना था कि कहीं इस स्याही से संक्रमण फैल नहीं जाये. लोगों को यह बताया कि यह महज अफवाह है और ऐसी बातों पर ध्यान नहीं देना चाहिए. बल्कि लोगों को बताया गया कि वे नियमित हाथ धोने की आदत डालें. इसके साथ ही चेहरे को ढंकने और भीड़ भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचने के लिए कहा गया है.
गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व प्रबंधन जानकारी के साथ मुहैया करा रही गर्भनिरोधक साधन: नीतू बताती हैं कि कोरोना संक्रमण को लेकर लॉकडाउन के बाद प्रवासी कामगार घर वापस आये हुए हैं. सर्वे किये जाने के दौरान उन्हें व उनकी पत्नी को गर्भनिरोधक के महत्वों की भी जानकारी दी गयी है. इसके साथ ही गर्भनिरोध के साधन जैसे कंडोम व गोलियां भी दंपतियों को मुहैया कराया गया है.
इसके अलावा गांव के उन परिवारों में जहां गर्भवती हैं उसे प्रसव पूर्व प्रबंधन की आवश्यक जानकारी भी लगातार दी जा रही है. गर्भवती के अच्छे पोषण के लिए हरी साग सब्जी, सही समय पर पौष्टिक भोजन करने की जानकारी साझा करने के साथ साथ धात्री माताओं को नवजात शिशुओं के नियमित स्तनपान के लिए कहा गया है. छोटे बच्चों की मां को व्यक्तिगत साफ सफाई के लिए कहा जा रहा है. वह कहती हैं इस संकटकाल में गर्भवती महिलाओं को जरूरी चीजें उपलब्ध कराने के लिए भी खड़े रहते हैं जो मेरी ड्यूटी का महत्वपूर्ण हिस्सा है