शहर से लेकर गांव तक लोगों को बताया जा रहा पोषण का महत्व
दीवारों पर नारे लिखकर लोगों को किया जागरूक
बांका, 9 सितंबर
पोषण को लेकर लगातार जागरूक करने के उद्देश्य से सितंबर माह को पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है. शहर से लेकर गांव तक में लोगों को अच्छे पोषण के लिए जागरूक किया जा रहा है. बुधवार को गांव-गांव में जाकर दीवारों पर सही पोषण-देश रोशन, स्वस्थ बच्चा-देश अच्छा, बच्चों की सफाई का रखें ध्यान, अच्छे मां-बाप की पहचान जैसे नारे दीवारों पर लिखे गए.
डीपीओ रिफत अंसारी ने बताया कि जिले में पोषण को लेकर हर स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. गांव में दीवारों पर नारे लिखने का मकसद यह है कि लोग चलते-फिरते फिरते भी इसे पढ़कर समझ सके कि स्वस्थ जीवन के लिए पोषण कितना जरूरी है. जिले में पूरे महीने पोषण को लेकर हर दिन कोई ना कोई कार्यक्रम हर स्तर पर किया जा रहा है, ताकि लोग पोषण के महत्व को समझ सके.
घर- घर जा कर सही पोषण की दी गई सलाह: लोगों को पोषण के प्रति जागरूक करने के लिए सेविका घर-घर घर जाकर घर के सदस्यों को बता रही हैं कि सही पोषण के क्या-क्या क्या लाभ हैं. साथ ही सही पोषण के लिए किन-किन चीजों का सेवन करना चाहिए. ना सिर्फ बच्चे और बड़े, बल्कि हर उम्र के लोगों को सही पोषण की सलाह दी गई ताकि वह स्वस्थ रह सकें.
गर्भवती और धात्री महिलाओं को पौष्टिक आहार लेने की मिली सलाह: आंगनबाड़ी सेविका गांव की गर्भवती और धात्री महिलाओं को घर जाकर पौष्टिक आहार लेने की सलाह दी. उन्हें बताया गर्भ के वक्त सही पोषण लेने से उनके बच्चे भी स्वस्थ रहेंगे. इसलिए अभी मांस-मछली और प्रोटीन युक्त भोजन का अधिक से अधिक सेवन करें. जो महिला मांस मछली नहीं खाती हैं वह दूध और हरी सब्जियों का अधिक से अधिक सेवन करें.
बच्चों के विकास के लिए सही पोषण आवश्यक: डीपीओ रिफत अंसारी ने बताया कि बच्चों के विकास के लिए सही पोषण बहुत महत्वपूर्ण है. खासकर शुरुआती वर्षों के दौरान. गर्भावस्था के दौरान पौष्टिक भोजन लेना बहुत महत्वपूर्ण होता है. इससे बच्चे का सही ढंग से विकास होता है. जन्म के बाद 6 माह तक केवल स्तनपान तथा उसके बाद बच्चे को दो साल तक स्तनपान के साथ पूरक पौष्टिक आहार ही देना चाहिए. गर्भावस्था और जन्म के बाद के शुरुआती वर्ष मस्तिष्क और अन्य महत्वपूर्ण अंगों के विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं. बच्चे के संपूर्ण विकास को सुनिश्चित करने के लिए विटामिन, कैल्शियम, आयरन, वसा और कार्बोहाइड्रेट जैसे पोषक तत्वों से भरपूर संतुलित आहार देना बहुत महत्वपूर्ण है.
सही पोषण देता है रोग से लड़ने की क्षमता:डीपीओ रिफत अंसारी ने बताया कि बच्चों को रोगमुक्त और स्वस्थ जीवन जीने के लिए पोषक तत्व महत्वपूर्ण है. पर्याप्त पोषण की कमी से, शारीरिक के साथ-साथ कई तरह के विकार हो सकते हैं. कुपोषण और भूख एक समान नहीं है, हालांकि दोनों संबंधित हो सकते हैं. भूख तब लगती है जब पेट खाली होता है, जबकि कुपोषण पर्याप्त पोषक तत्वों की कमी के कारण होता है.