कांग्रेस द्वारा देश से बहुत कुछ छुपाया गया है
अपने आपको गाँधीजी का भक्त बताने वाले कितने लोगों को पता है कि- गांधीजी की अस्थियों को गंगा में विसर्जित नहीं किया गया था बल्कि उनकी अस्थियों को रामपुर के नबाब “नवाब रजा अली खां” को सौंप दिया गया था ?
नवाब रजा अली खां ने उनकी अस्थियों को रामपुर लेजाकर, दफनाकर वहां एक स्मारक बना दिया था. उत्तर प्रदेश में सपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे मोहम्मद आजम खां ने इसका सौंदर्यीकरण करवाया था.
मैं इस घटना को लेकर कुछ प्रश्न पूंछना चाहता हूँ कि – गांधी जी की चिता को अग्नि किसने दी थी ?
गांधीजी के चार (उस समय तीन) पुत्र थे उनमे से कोई उनकी अस्थियों को लेकर गंगाजी में विसर्जित करने क्यों नहीं गया ?
उनकी अस्थियां उनके पुत्रों के बजाय रामपुर के नबाब रजा अली खान को क्यों दी गई ?
देश की आम जनता को इस बात का पता क्यों नहीं ?
अगर गाँधी जी की समाधी रामपुर में है तो दिल्ली में क्या है ?
कहीं ऐसा तो नहीं कि – वे धर्म परिवर्तन कर चुके हों लेकिन हिन्दुओं से इस बात को छुपाने के लिए, उनका अंतिम (अग्नि) संस्कार किया गया हो और उनकी अस्थियों को चुपचाप मुस्लिम तरीके से दफनाना गया हो ?
अवधेश प्रताप सिंह
कानपुर उत्तर प्रदेश, 9451221253