अभी का मौसम मच्छरों के लिए है अनुकूल, डेंगू को लेकर रहें सतर्क

सदर अस्पताल में डेंगू मरीजों के लिए 6 बेड का अलग से है वार्ड
घर के आसपास नहीं होने दें पानी का जमाव, डेंगू से होगा बचाव

बांका, 5 नवंबर

तापमान में गिरावट का दौर जारी है. हल्की-हल्की ठंड लगनी भी शुरू हो गई है. अभी का मौसम मच्छरों के अनुकूल हो गया है. इस वजह से मच्छरजनित बीमारियों का भी खतरा लोगों में बढ़ गया है. इस तरह के मौसम में डेंगू होने का खतरा अधिक रहता है. इसलिए तब तक सतर्क रहें.
सदर अस्पताल के डॉ. सुनील कुमार चौधरी ने कहा डेंगू को लेकर अब मौसम अनुकूल होता जा रहा है. तापमान गिरकर 30 के करीब पहुंच गया है. अभी के मौसम में ना गर्मी ज्यादा है और ना ही सर्दी. ऐसे मौसम में डेंगू के मच्छर ज्यादा पनपते हैं. ऐसा मौसम डेंगू के लिए अनुकूल माना जाता है. लोग डेंगू के प्रति सचेत रहें. घर के आसपास पानी का जमाव नहीं होने दें. इससे मच्छर नहीं पनपेगा और आपका डेंगू से बचाव होगा. इसके बावजूद भी अगर आप डेंगू का शिकार हो ही गए तो सदर अस्पताल आ जाइए. यहां पर इलाज की समुचित व्यवस्था है.

सदर अस्पताल में डेंगू मरीजों के लिए 6 बेड का अलग से है वार्ड
सदर अस्पताल के मैनेजर अमरेश कुमार ने बताया स्वास्थ विभाग डेंगू को लेकर 25 जून से ही अलर्ट है. इसे लेकर सदर अस्पताल में अलग से 6 बेड का वार्ड भी बनाया गया है. डेंगू से पीड़ित मरीजों का वहां पर बेहतर इलाज की व्यवस्था है. यहां पर 6 बेड का अलग से डेंगू मरीजों के लिए वार्ड चल रहा है. जहां पर डेंगू मरीजों का इलाज किया जा रहा है.

अभी के मौसम में डेंगू का खतरा ज्यादा: डॉ सुनील कुमार चौधरी ने कहा कि हमलोग काफी पहले से डेंगू को लेकर सतर्कता बरत रहे हैं. जब बारिश का मौसम समाप्त होता है और सर्दी शुरू होने वाली रहती है उस दौरान डेंगू के ज्यादा मामले सामने आते हैं. अभी से लेकर नवंबर महीने तक लोगों में डेंगू होने की आशंका अधिक रहती है. डॉ. चौधरी ने कहा अगर मरीज को साधारण डेंगू बुखार है तो उसका इलाज व देखभाल घर पर की जा सकती है. डॉक्टर की सलाह लेकर दवाई ले सकते हैं. बिना चिकित्सक की सलाह से दवा लेने पर शरीर से प्लेटलेट्स अचानक कम हो सकते हैं. सामान्य रूप से खाना देना जारी रखें, बुखार की हालत में शरीर को और ज्यादा खाने की जरूरत होती है.

मच्छरदानी का करें इस्तेमाल: डॉ. चौधरी ने कहा कि घरेलू स्तर पर सावधानी बरतने से भी डेंगू को पांव पसारने से रोका जा सकता है. इसके लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि घर के आसपास पानी को जमने नहीं दें. रात में सोते समय मच्छदानी का प्रयोग करें. डेंगू का मच्छर दिन में काटता है, इसलिए दिन में विशेष तौर पर सतर्क रहें. घर में कूलर के पानी को बार-बार बदलते रहें. साथ ही घर के आसपास कोई ऐसा सामान हो, जिसमें पानी जमा हो जाता है तो उसे तत्काल हटा दें.

कैसे और कब होता है डेंगू: डेंगू मादा एडीज इजिप्टी मच्छर के काटने से होता है. इन मच्छरों के शरीर पर चीते जैसी धारियां होती हैं. ये मच्छर दिन में, खासकर सुबह काटते हैं. डेंगू बरसात के मौसम और उसके फौरन बाद के महीनों यानी जून-जुलाई से अक्टूबर में सबसे ज्यादा फैलता है. इस मौसम में मच्छरों के पनपने के लिए अनुकूल परिस्थितियां होती हैं. एडीज इजिप्टी मच्छर बहुत ऊंचाई तक नहीं उड़ पाते हैं.

कोविड 19 के दौर में रखें इसका भी ख्याल:
• व्यक्तिगत स्वच्छता और 6 फीट की शारीरिक दूरी बनाए रखें.
• बार-बार हाथ धोने की आदत डालें.
• साबुन और पानी से हाथ धोएं या अल्कोहल आधारित हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें.
• छींकते और खांसते समय अपनी नाक और मुंह को रूमाल या टिशू से ढंके.
• उपयोग किए गए टिशू को उपयोग के तुरंत बाद बंद डिब्बे में फेंके.
• घर से निकलते समय मास्क का इस्तेमाल जरूर करें.
• बातचीत के दौरान फ्लू जैसे लक्षण वाले व्यक्तियों से कम से कम 6 फीट की दूरी बनाए रखें.
• आंख, नाक एवं मुंह को छूने से बचें.
• मास्क को बार-बार छूने से बचें एवं मास्क को मुँह से हटाकर चेहरे के ऊपर-नीचे न करें
• किसी बाहरी व्यक्ति से मिलने या बात-चीत करने के दौरान यह जरूर सुनिश्चित करें कि दोनों मास्क पहने हों
• कहीं नयी जगह जाने पर सतहों या किसी चीज को छूने से परहेज करें
• बाहर से घर लौटने पर हाथों के साथ शरीर के खुले अंगों को साबुन एवं पानी से अच्छी तरह साफ करें

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