बीपी और शुगर के मरीज भी ले सकते हैं कोरोना का टीका, नहीं होगी परेशानी

अभी तक जितने भी लोगों ने टीका लगवाया, किसी को कोई साइड इफेक्ट नहीं हुआ
जिले में अभी पहले चरण के तहत चल रहा है टीकाकरण, दूसरा चरण जल्द होगा शुरू

बांका-

कोरोना की रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट है. पहले जांच और इलाज की बेहतर व्यवस्था की गई. अब टीकाकरण का दौर शुरू हो गया है. जिले में पहले चरण का टीकाकरण चल रहा है. इसके तहत सरकारी और निजी अस्पतालों के स्वास्थ्यकर्मियों को टीका दिया जा रहा है. पिछले कुछ दिनों से टीकाकरण की रफ्तार भी तेज हो गई है. टीका लेने के लिए स्वास्थ्यकर्मी भी बढ़-चढ़कर सामने आने लगे हैं. वहीं कुछ लोग संकोच भी कर रहे हैं. कई लोग साइड इफेक्ट के डर से टीका लेने से कतरा रहे हैं तो कुछ लोग बीपी और शुगर के मरीज होने के कारण टीका लेने से बच रहे हैं. ऐसे लोगों को चिंता करने की कोई बात नहीं है. कोरोना का टीका हर उम्र और बीपी और शुगर की बीमारी से पीड़ित लोगों के लिए भी फायदेमंद है. इसलिए अगर आप बीपी और शुगर की बीमारी से भी पीड़ित हैं तो टीका लेने से कोई समस्या नहीं है.
टीकाकरण के लिए लोगों का आगे आना चाहिए-
शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ. सुनील कुमार चौधरी कहते हैं कि टीका से किसी तरह का कोई नुकसान नहीं है. चाहे बुजुर्ग व्यक्ति हो या फिर बच्चा या बीपी और शुगर की बीमारी से पीड़ित, हर किसी को करोना का टीका लगने से फायदा ही पहुंचेगा. इसलिए मन में किसी तरह का संकोच नहीं रहना चाहिए और टीकाकरण के लिए लोगों का आगे आना चाहिए. अभी तक जितने लोगों को टीका लगा है, किसी को किसी भी तरह का कोई साइड इफेक्ट नहीं हुआ है.

टीका से प्रतिरोधक क्षमता होती है मजबूत: डॉ. चौधरी का कहना है कि जो गंभीर रोग के मरीज हैं उनकी प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है. इस वजह से उन्हें टीका लगवाने की और जरूरत है. गंभीर रोग के मरीज को टीका पड़ जाने के बाद उनकी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाएगी. इससे शरीर में एंटीबॉडी विकसित होगी और वह कोरोना की चपेट से बचे रहेंगे. साथ ही अन्य तरह की बीमारियों की चपेट में आने से भी बच जाएंगे.

दूसरे चरण की चल रही तैयारी: डॉ. चौधरी कहते हैं कि टीकाकरण तीन चरणों में होना है. पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों को दिया जा रहा है. दूसरे चरण में बुजुर्ग, सरकारी कर्मी और बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को टीका पड़ेगा. पहला चरण कुछ दिनों में पूरा हो जाएगा. उसके बाद दूसरा चरण शुरू किया जाएगा. इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग की तैयारी पूरी है. इसलिए मन से संकोच को निकाल दें और जब टीकाकरण शुरू होगा तो उसमें अपनी भागीदारी निभाएं.

टीका लेकर समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को निभाएं:
डॉ. चौधरी कहते हैं कि कोरोना का टीका लेना न सिर्फ स्वास्थ्य के लिए बेहतर है, बल्कि एक सामाजिक जिम्मेदारी भी है. कोरोना जैसी महामारी को खत्म करने के लिए समाज के लोगों को एकजुट होना जरूरी है. इसके लिए सभी लोगों को टीका लेना पड़ेगा. अगर कुछ लोग टीका लेने से वंचित रह जाएंगे तो उनमें कोरोना होने की संभावना रहेगी , जिससे यह दोबारा पांव पसार सकता है. अगर कोई व्यक्ति टीका लेने से वंचित रह जाता है तो इसका असर दूसरों पर भी पड़ेगा. इसलिए कोरोना का टीका लेकर समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को निभाएं.

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