– कोविड-19 के हर मानकों का पालन के साथ पिलाई जा रही है पोलियो की दो बूँद दवा
– चौक-चौराहे, रेलवे स्टेशन समेत अन्य सार्वजनिक जगहों से लेकर घर-घर पिलाई जा रही है दवा
-मास्क, ग्लब्स लगाकर कर्मी 0 से 05 साल तक के बच्चों को पिला रहें हैं दवा
खगड़िया-
जिले में रविवार से चल रहे पाँच दिवसीय पल्स पोलियो अभियान का गुरुवार को समापन हो जाएगा। अभियान में निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने के लिए पोलियो टीकाकरण कार्य में जुटे कर्मियों ने पूरी ताकत झोंक अभियान की गति तेज कर दी है। निर्धारित लक्ष्य शत – प्रतिशत पूरा करने में जुटी आँगनबाड़ी सेविका, स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी आशा कार्यकर्ता समेत अन्य कर्मी कोविड-19 के हर मानकों का पालन करते हुए 0 से 05 वर्षों तक के बच्चों को पोलियो की दो बूँद दवा ( खुराक ) पिला रहे हैं। साथ ही सभी सुपरवाइजर समेत अन्य पदाधिकारी लगातार अपने-अपने क्षेत्र में मॉनिटरिंग कर रहे हैं। ताकि अभियान का सफलतापूर्वक समापन किया जा सके और हर हाल में निर्धारित लक्ष्य को शत-प्रतिशत पूरा किया जा सके।
– पूरी सतर्कता के साथ बच्चों को दवा पिला रहे हें हैं कर्मी : –
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवनंदन पासवान ने बताया कि पल्स पोलियो अभियान में लगे सभी कर्मियों को कोविड-19 से बचाव के लिए हर मानकों का ख्याल रखते हुए पालन करने का निर्देश दिया गया। साथ ही बच्चों को कैसे दवा पिलाई जाएगी यह भी जानकारी दी गई। सभी कर्मी निर्देश का पालन करते हुए पूरी सतर्कता के साथ 0 से 05 वर्षों तक के बच्चों को दवा पिला रहे हें हैं। सभी कर्मी विभाग द्वारा दिए गए मास्क, ग्लब्स ग्लव्स लगाकर एवं सैनिटाइजर सेनेटाइजर पास में रखकर अपनी ड्यूटी कर रहे हैं। इससे ना सिर्फ कर्मी सुरक्षित रहेंगे, बल्कि दवा पीने वाले बच्चे भी सुरक्षित रहेंगे। साथ ही संक्रमण के खतरे का की संभावना नहीं होगी। इसके अलावे कर्मियों द्वारा लोगों को कोविड-19 से बचाव के लिए जागरूक किया जा रहा है। वहीं, कहा कि हर हाल में निर्धारित लक्ष्य शत – प्रतिशत पूरा होगा।
– 3.60 लाख, 60 हजार, 08 सौ 69 बच्चों को दवा पिलाने का है लक्ष्य :-
जिले में 03 लाख, 20 हजार, 03 सौ 66 घरों में जन्म से लेकर 05 वर्ष तक 3 लाख, 60 हजार, 08 सौ 69 बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। निर्धारित लक्ष्य को शत-प्रतिशत पूरा करने के लिए जिले में 1020 दल बनाये एं गए हैं। जिसमें 749 घर-घर दल, 207 ट्रांजिट दल, 41 मोबाइल दल और 23 वन मैन दल को लगाया गया है।
– हर दिन शाम में स्थानीय पीएचसी में होती है ब्रीफिंग :-
अभियान की सफलता को लेकर हर दिन शाम में जिले के सभी पीएचसी में ब्रीफिंग होती है। जिसमें पीएचसी प्रभारी, मैनेजर, सीडीपीओ, महिला पर्यवेक्षिका (एल एस) समेत अन्य पदाधिकारी व कर्मी की मौजूदगी में दिनभर के कार्यों समीक्षा की जाती किया जाता है। साथ ही हर दिन कितने बच्चों को दवा पिलाई गई समेत पूरे दिन के कार्यों की रिपोर्ट तैयार की जाती है। जिसे देर शाम जिला मुख्यालय को उपलब्ध कराया जाता है।
– घर-घर जाकर बच्चों को पिलाई जा रही है पोलियो की दो बूँद दवा :-
पल्स पोलियो अभियान की ड्यूटी में लगी गे ऑगनबाड़ी सेविका, आशा समेत अन्य कर्मी घर-घर जाकर पाँच वर्षों तक के बच्चों को पोलियो की दो बूँद दवा पिला रहे हैं हें। साथ ही दवा पिलाने के बाद बच्चों का नाम, बच्चे के माता-पिता का नाम, गृह संख्या आदि विभाग द्वारा दी गई फारमेट में अंकित करते हैं। बाहर गये बच्चों का भी पूरी जानकारी लेकर फारमेट में भरकर और देर शाम दिन भर के कार्यों की रिपोर्ट स्थानीय पीएचसी में जमा करते हैं।
– चौक-चौराहे से लेकर स्टेशन पर भी दवा पिलाने के लिए कर्मी किए गए हैं तैनात :-
पल्स पोलियो अभियान के तहत एक भी बच्चा नहीं ही छूटे इसके लिए विभाग द्वारा व्यापक तैयारियाँ की गई। दरअसल, एक भी बच्चा छूटने पर वायरस फैलने की का प्रबल संभावना रहती ता है। इसको लेकर जिले के चौक-चौराहे, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन आदि जगहों पर दवा पिलाने के लिए कर्मियों की तैनाती की किए गयी ए हैं। जो बाहर से आने-जाने वाले यानी सफर कर रहे बच्चे को दवा पिला रहे हें हैं। ताकि सफर पर निकले बच्चे वंचित नही रहें हे। साथ ही दवा पिलाने के बाद बच्चों के अंगुली में निशान भी लगाया जा रहा है। ताकि किसी भी बच्चे को भूलवश जाने-अनजाने में दोबारा दवाई नहीं पिलाई जा सकें।
– इन मानकों का करें पालन, कोविड-19 संक्रमण से रहें दूर :-
– मास्क और सैनिसेनेटाइजर का नियमित रूप से उपयोग करें।
– साबुन या अल्कोहल युक्त पदार्थों से हाथ धोएं।
– साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें।
– बाहरी और बासी खाना से बिलकुल दूर रहें।
– गर्म व ताजा खाना का सेवन करें।
– शारीरिक दूरी का हमेशा पालन करें।