स्वास्थ्य मंत्री ने किया कैंसर स्क्रीनिंग-सह-जागरूकता अभियान का शुभारंभ

• राज्य के 14 जिलों में होगी कैंसर स्क्रीनिंग-सह-जागरूकता अभियान की शुरुआत
• कैंसर के लक्षणों की ससमय पहचान है जरुरी- मंगल पाण्डेय

पटना/ 4 फ़रवरी-

“ कैंसर को लेकर जनमानस में जागरूकता ज्यादा से ज्यादा फैलाने की जरुरत है. कैंसर के शुरूआती लक्षणों को पहचान कर इसका चिकित्सीय प्रबंधन संभव है. राज्य में लोगों को तंबाकू के दुष्प्रभावों को लेकर जागरूक करने की जरुरत है ताकि लोग कैंसर जैसी बीमारी से बच सकें”. उक्त बातें कैंसर स्क्रीनिंग सह जागरूकता कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्री, बिहार सरकार मंगल पाण्डेय ने कही। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कैंसर के रोगियों की पहचान कर उनका ससमय उपचार आवश्यक है और इसमें राज्य के 14 जिलों में स्क्रीनिंग के काम की शुरुआत कैंसर रोगियों की पहचान में मील का पत्थर साबित होगा। राज्य में हर वर्ष 1.40 लाख नए कैंसर मरीज चिन्हित होते हैं और इनमे 24 प्रतिशत ओरल कैंसर, स्तन कैंसर आदि से पीड़ित होते हैं.

कैंसर मरीजों की होगी त्वरित गति से पहचान:
कार्यक्रम में अपने संबोधन में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा इस अभियान के अंतर्गत इन सारे जिलों में तीव्र गति से कैंसर की शुरूआती जांच और जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। साथ ही इन जिलों में तंबाकू नियंत्रण और मुंह के स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता पर भी काम किया जाएगा। उच्चतर चिकित्सा हेतु इन केन्द्रों को चिकित्सा महाविद्यालय के साथ व होमी भाभा कैंसर अस्पताल, मुजफ्फरपुर के साथ संबद्ध किया गया है। रूरल इलेक्ट्रिफिकेशन कारपोरेशन और टाटा मेमोरियल अस्पताल के सहयोग से राज्य में कैंसर रोगियों की पहचान और उनके चिकित्सीय प्रबंधन में मदद मिलेगी।

कैंसर पीड़ित व्यक्ति की जल्द पहचान है कैंसर से निजात की कुंजी :
विडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के जरिये कार्यक्रम से जुड़ते हुए राज कुमार सिंह,माननीय राज्य मंत्री,ऊर्जा मंत्रालय(स्वतंत्र प्रभार) वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिये उपस्थित थे। इस अवसर पर अपने संबोधन में उन्होंने कहा कैंसर से ग्रसित मरीजों की पहचान जितनी जल्द हो पायेगी मरीज के स्वस्थ होने की सम्भावना भी उतनी ही बढ़ेगी.

14 जिलों में चलेगा शुरूआती जांच और जागरूकता अभियान:
पिछले कुछ वर्षों में बिहार में नए कैंसर मरीजों की संख्या प्रति वर्ष एक लाख से भी ज्यादा हो गई है। इसमें मुंह का कैंसर, स्तन का कैंसर और गर्भाशय के मुंह का कैंसर प्रमुख है। इन तीनों कैंसर की अगर शुरूआती अवस्था में जांच कर ली जाए तो इसे पूर्णतः ठीक किया जा सकता है। इसको देखते हुए बिहार सरकार ने टाटा मेमोरियल कैंसर अस्पताल,मुजफ्फरपुर के साथ मिलकर, बिहार के 14 जिलों यथा औरंगाबाद, बेगूसराय, भागलपुर, भोजपुर, दरभंगा, गया, मधुबनी, नालंदा, पटना, समस्तीपुर, सिवान, सुपौल, वैशाली एवं मुजफ्फरपुर में कैंसर स्क्रीनिंग, शुरूआती जांच और जागरूकता अभियान की शुरूआत करने जा रही है।

इस कार्यक्रम में राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार,अपर सचिव,स्वास्थ्य विभाग कौशल किशोर, डॉ.करूणा कुमारी,अपर कार्यपालक निदेशक, राज्य स्वास्थ्य समिति, प्रशासी पदाधिकारी,राज्य स्वास्थ्य समिति श्री हेमंत कुमार सिंह समेत राज्य स्वास्थ्य समिति एवं स्वास्थ्य विभाग के अन्य पदाधिकारीगण मौजूद थे।

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