महिलाओं ने टीका लेकर अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस को बनाया सार्थक

• आंगनबाड़ी सेविका सुषमा दूसरा डोज लेकर दिखीं उत्साहित
• फ्रंट लाइन वर्कर्स के साथ आम महिलाओं को भी लगे टीके
• पहले डोज के बाद दूसरा डोज भी जरुरी

पटना-

सोमवार को विश्व भर में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया। वहीं बिहार में इस बार अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस कुछ विशेष रूप में ही मनाया गया। इस मौके पर फ्रंट लाइन वर्कर( आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, जीविका कार्यकर्ता एवं एएनएम) सहित 60 साल से अधिक उम्र की महिलाओं एवं 45 से ऊपर गंभीर रोग से ग्रसित महिलाओं को कोविड के टीके लगे। इसको लेकर पूर्व में ही राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने पत्र लिखकर सभी जिलों के सिविल सर्जन को आवश्यक दिए थे। साथ ही इनके लिए अतिरिक्त टीकाकरण साईट भी बनाने के निर्देश दिए गए थे।

दूसरे डोज के बाद पूर्ण सुरक्षित महसूस कर रही हूँ
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर मनेर परियोजना के लोदीपुर पोषक क्षेत्र की आँगनबाड़ी सेविका सुषमा कुमारी कोविड का दूसरा डोज लेकर काफ़ी उत्साहित दिखीं। उन्होंने बताया कि उन्होंने 2 फरवरी को कोविड टीका का पहला डोज लिया था। प्रथम डोज के बाद भी उन्हें किसी तरह का कोई साइड इफेक्ट नहीं हुआ था। वहीं दूसरे डोज के बाद वह अब पूर्ण सुरक्षित महसूस कर रही हैं। दूसरे डोज के बाद भी किसी भी तरह का कोई दिक्कत नहीं हुआ है। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिलाओं को कोविड का टीका लगाने की काफ़ी अच्छी पहल है। महिलाओं को अभी भी सशक्त होने की जरूरत है, जिसमें कोविड का टीका उनके आत्मबल को बढ़ाने वाला साबित होगा। उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी ने भले ही लोगों के लिए कई चुनौतियाँ पेश की हो। लेकिन इससे लोगों में आपातकाल में एकजुट होकर महामारी से लड़ने का जज्बा भी पैदा किया है। उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि विगत कुछ दिनों में कई राज्यों में कोरोना के नए मामलों में तेजी आई है। इसलिए अभी हमें भी सतर्कता बरतनी होगी। मास्क का इस्तेमाल एवं हाथों की सफ़ाई को पहले की तरह जारी रखना होगा ताकि हम किसी भी चुनौती से लड़ने के लिए तैयार रह सकें।

दोगुनी शक्ति से दूंगी अपनी सेवा
मनेर परियोजना के गोपालपुर पोषक क्षेत्र की आंगनबाड़ी सेविका मीरा देवी ने भी अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर कोविड टीके का दूसरा डोज लिया। उन्होंने बताया कि दूसरे डोज के बाद अब वह पहले से दोगुनी शक्ति से अपनी सेवा देंगी। उन्होंने बताया लोगों के बीच एक भ्रम यह भी था कि एक डोज टीका लेने के बाद ही वह कोविड से बचाव कर सकेगें। यह बिल्कुल गलत सोंच थी। दूसरे डोज पड़ने के 15 दिन बाद ही कोरोना से लड़ने के लिए प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है। तब तक हमें और आपको भी कोरोना के अनुरुप व्यवहार का पालन करना चाहिए।

डरने की नहीं है जरुरत
मनेर परियोजना के लोदीपुर पोषक क्षेत्र की आंगनबाड़ी सहायिका सोनी देवी ने कहा कि उन्होंने पहला टीका भी बिना किसी संदेह का लिया था। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर दूसरे डोज का टीका लेने के बाद बहुत अच्छा महसूस कर रही हूँ। टीका लेने के बाद भी मैं पूरी तरह से स्वस्थ्य हूं। आम लोगों के बीच टीकाकरण को लेकर जो भ्रम फैल रहा है वह गलत है। इसका किसी भी तरह का बुरा प्रभाव नहीं पड़ता हैं। टीका देने में कोविड के अनुरुप नियमों का पालन किया जाता है। वहीं एक आपातकाल टीम के साथ एम्बुलेंस भी मौजूद रहती है तो किसी भी विपरीत परिस्थिति से निपटने के लिए काफी है।

टीके के साथ सावधानी का भी रखें ख्याल:
मनेर परियोजना के सादिकपुर पोषक क्षेत्र की आंगनबाड़ी सेविका अनु देवी ने कहा कि दूसरे डोज का टीका लेने के बाद उनका आत्मविश्वास बढ़ गया है। टीका पूरी तरह सुरक्षित है। कोरोना जैसी महामारी से लोगों को बचाने के लिए सरकार द्वारा निःशुल्क टीका उपलब्ध कराने की पहल की तारीफ़ करते हुए उन्होंने कहा कि महामारी से लोगों को बचाने में टीका प्रभावी साबित होगा। उन्होंने कहा कि उन्होंने टीके का दोनों डोज लिया है एवं उन्हें टीकाकरण के बाद किसी भी तरह की दिक्कत नहीं हुयी है। लेकिन टीका के साथ कोरोना से बचने के उपाय लोगों को करते रहना चाहिए।

SHARE