भागलपुर जिले में थमने लगी कोरोना संक्रमण की रफ्तार

कोरोना टीकाकरण और हर्ड इम्युनिटी से थमी दर
अभी भी जिले के लोगों को सतर्क रहने की जरूरत

भागलपुर, 12 मई

जिले में कोरोना की रफ्तार थमने लगी है। पिछले पांच दिनों में जितने संक्रमित मरीज मिले हैं, उससे कहीं अधिक लोग ठीक हुए हैं। इस वजह से जिले का रिकवरी रेट भी बेहतर हुआ है और संक्रमण की दर भी कम हुआ है। विशेषज्ञों का मानना है कि टीकाकरण अधिक होने और हर्ड इम्युनिटी बढ़ने से ऐसा हुआ है। साथ ही लोगों ने फिर से कोरोना की गाइडलाइन का सख्ती से पालन करना शुरू कर दिया है। इस वजह से भी कोरोना संक्रमण की रफ्तार कमी है। हालांकि विशेषज्ञ यह भी कहते हैं कि लोगों को अभी भी सतर्क रहना चाहिए और यह नहीं मान लेना चाहिए कि कोरोना अब खत्म होने लगा है।

पांच दिन में 1546 संक्रमित मिले तो 2470 ठीक हुएः जिले में पिछले पांच दिनों से हर दिन संक्रमित मरीजों के मुकाबले ठीक होने वाले लोगों की संख्या अधिक रही है। इस दौरान 1546 कोरोना के मरीज मिले तो 2470 लोग ठीक भी हो गए। जिले में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या भी घट गई है। वहीं रिकवरी रेट बढ़कर 87.39 प्रतिशत पर आ गई है। कुछ हफ्ते पहले यह काफी नीचे चला गया था। कोरोना संक्रमण का दर 20 अप्रैल को 14.67 प्रतिशत से घटकर 4.38 प्रतिशत पर आ गया है। सबसे सुखद यह रहा कि जिले में पिछले 25 दिनों में 10 हजार से अधिक कोरोना के संक्रमित ठीक हुए हैं। मंगलवार को तो एक महीने बाद एक दिन में सबसे कम मरीज मिले। पिछले कुछ दिनों से हर रोज 300 लेकर 400 कोरोना मरीज मिल रहे थे। किसी-किसी दिन तो यह संख्या 500 से लेकर 800 के करीब पहुंची, लेकिन मंगलवार को संक्रमितों की संख्या घटकर 136 पर आ गई। साथ ही इससे लगभग तीन गुना यानी 435 कोरोना मरीज ठीक भी हुए। इससे पहले 10 अप्रैल को 97 संक्रमित मिले थे।

टीकाकरण अधिक होने से हुआ फायदाः जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. मनोज कुमार चौधरी कहते हैं कि टीकाकरण अधिक होने से यह सुधार हुआ है। जैसे-जैसे टीका लेने वालों की संख्या बढ़ती जाएगी, कोरोना कमजोर होता जाएगा। संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से गिरावट आएगी। हमलोग काफी पहले से कह रहे हैं कि टीकाकरण के लिए लोग आगे आएं। 95 प्रतिशत से अधिक लोग जब कोरोना का टीका ले लेंगे तो कोरोना की चेन टूट जाएगी। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि टीका लेने के लिए अधिक से अधिक संख्या में लोग पहुंचें। अब तो 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को भी टीका लगना शुरू हो गया है।

हर्ड इम्युनिटी बनने से थमी रफ्तारः जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल (जेएलएनएमसीएच) के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. राजकमल चौधरी कहते हैं कि टीकाकरण से तो फायदा हुआ ही है। लोगों में इस दौरान हर्ड इम्युनिटी बनने से भी फायदा हुआ है। साथ ही लॉकडाउन लगाने का भी असर हुआ है। अभी कोरोना की गाइडलाइन का पालन करने रहना चाहिए। घर से निकलते वक्त मास्क लगाना चाहिए। सामाजिक दूरी का पालन करते रहना चाहिए। बाहर से घर आने पर हाथों की धुलाई अवश्य करें। अगर हमलोग ऐसा करते रहें तो कोरोना को हराना आसान हो जाएगा

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