- 800 पुलिस वालों को खिलाई जाएगी अल्बेंडाजोल और डीईसी की दवा
- पुलिस लाइन में कैंप कर लगातार खिलाई जा रही है दवा, जिले के विभिन्न गाँवों में भी चल रहा है अभियान
खगड़िया-
फाइलेरिया उन्मूलन को एमडीए(मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन) अभियान को सफल बनाने के लिए लगातार स्वास्थ्य टीम द्वारा जिले के विभिन्न प्रखंडों के विभिन्न गाँवों में घर-घर जाकर इस बीमारी से बचाव के लिए अल्बेंडाजोल और डीईसी की दवा खिलाई जा रही है। ताकि एक भी लोग दवाई खाने से वंचित नहीं रहें और अभियान सफल हो सके। इसी कड़ी में गुरुवार को खगड़िया पुलिस लाइन में एमडीए अभियान का शुरुआत की गई। जहाँ कैंप आयोजित कर एवं घूम-घूम कर तय मानकों एवं कोविड-19 प्रोटोकॉल के साथ डीएमओ डाॅ विजय कुमार एवं डीभीबीडीसी बबलू सहनी के नेतृत्व में अभियान की शुरुआत हुई और पुलिस पदाधिकारियों एवं कर्मियों को दवाई खिलायी जाने लगी । वहीं, डीएमओ ने कहा, फाइलेरिया जैसी गंभीर बीमारी से बचाव के लिए अल्बेंडाजोल व डीईसी की दवा का सेवन बहुत जरूरी है। इसलिए, मैं तमाम पुलिस पदाधिकारियों, कर्मियों एवं पूरे जिले वासियों से अपील करता हूँ कि निश्चित रूप से पूरी तरह निःसंकोच होकर दवा खिलाने वाली टीम के सामने दवा का सेवन करें।
800 पुलिस पदाधिकारी एवं कर्मियों को खिलाई जाएगी दवा :
डीभीबीडीसी बबलू सहनी ने बताया, एमडीए अभियान की शुरुआत के साथ ही जिले के विभिन्न प्रखंडों के विभिन्न गाँवों में गृह भेंट की तर्ज पर आशा कार्यकर्ता द्वारा घर-घर जाकर लोगों को खुद के सामने अलबेंडाजोल एवं डीईसी की दवाएं खिलाई जा रही हैं । ताकि एक भी व्यक्ति दवाई खाने से वंचित नहीं रहे और अभियान सफल हो सके। वहीं, उन्होंने बताया, गुरुवार से पुलिस लाइन में भी एमडीए अभियान की शुरुआत की गई। 800 पुलिस पदाधिकारियों एवं कर्मियों को दवाई खिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
- निर्धारित डोज के अनुसार खिलाई जा रही है दवा :
केयर इंडिया के डीपीओ कृष्ण कुमार भारती ने बताया, सभी आयु वर्ग के लोगों को निर्धारित डोज के अनुसार दवाई खिलाई जा रही है। जिसमें 2 से 5 साल तक के बच्चों को 100 मिलीग्राम की डीईसी एवं 400 मिलीग्राम की अलबेंडाजोल की एक-एक गोली, 6 से 14 साल तक के किशोरों को डीईसी की दो एवं अलबेंडाजोल की एक गोली एवं 15 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को डीईसी की तीन गोलियां एवं अलबेंडाजोल की एक गोली खिलाई जा रही है। - शत-प्रतिशत पुलिस वालों को दवाई खिलाना सुनिश्चित करने के लिए की गई है मेडिकल टीम तैनाती :
भीडीडीओ मो0 शहनवाज ने बताया, शत-प्रतिशत पुलिस वालों को दवाई खिलाना सुनिश्चित करने के लिए पुलिस लाइन में मेडिकल टीम की तैनाती की गई है। जिसमें अलौली पीएचसी के भीबीडीएस अरूण कुमार, सदर पीएचसी खगड़िया के विनोद कुमार, मानसी के ओमप्रकाश यादव एवं केयर इंडिया के बीसी-भीएल नवीन गुप्ता, श्रवण कुमार को शामिल किया गया है। - फाइलेरिया क्या है ?
- फाइलेरिया मच्छर के काटने से होने वाला एक संक्रामक रोग है।
- किसी भी उम्र के व्यक्ति फाइलेरिया से संक्रमित हो सकता है।
- फाइलेरिया के लक्षण हाथ और पैर में सूजन (हाँथीपाँव) व हाईड्रोसिल (अण्डकोष में सूजन) है।
- किसी भी व्यक्ति को संक्रमण के पश्चात बीमारी होने में 05 से 15 वर्ष लग सकते हैं।
- इन बातों का रखें ख्याल :
- भूखे पेट दवा नहीं खिलानी है।
- किसी के बदले किसी अन्य को दवा ना दें और स्वास्थ्य कर्मी के सामने दवा खाएं।
- गर्भवती महिलाओं को दवा नहीं खिलानी है।
- 02 वर्ष छोटे बच्चे को दवा नहीं खिलानी है।
- गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति को भी दवा नहीं खिलानी है।
- फाइलेरिया से बचाव के उपाय :
- सोने के समय मच्छरदानी का निश्चित रूप से प्रयोग करें।
- घर के आसपास गंदा पानी जमा नहीं होने दें।
अल्बेंडाजोल व डीईसी दवा का निश्चित रूप से सेवन करें। - साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें।