- सीएचसी और पीएचसी के मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी स्कूलों में आयरन गोलियों का वितरण करेंगे सुनिश्चित
- राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक ने सभी जिलों के सिविल सर्जन को जारी किया पत्र
मुंगेर ,16 नवंबर। जिला में कोरोना संक्रमण की वजह से स्वास्थ्य सेवाओं की गति धीमी होने के बावजूद अन्य स्वास्थ्य सेवाओं को भी पूर्व की भांति जारी रखा गया है। इसमें कुपोषण व एनीमिया मुक्त भारत बनाने के लिए चलाया जाने वाला यह अभियान भी शामिल है। इस अभियान के तहत जिला के पात्र लाभुकों के बीच आयरन फॉलिक एसिड (आईएफए) की गोलियां व सीरप का वितरण किया जाता है। इस अभियान को जिला में एक बार फिर से सुदृढ़ करने की दिशा में काम किया जा रहा है। इसको ले राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने जिला के सिविल सर्जन को पत्र भेज कर लंबित अधियाचना बिहार चिकित्सा सेवा एवं इंफ्रास्ट्रक्चर निगम लिमिटेड (बीएमएसईसीएल) को भेजने का दिशा- निर्देश दिया है। ताकि, पात्र लाभुकों के बीच फिर से आयरन की गोलियां और सीरप का वितरण सुनिश्चित किया जा सके।
बुधवार व गुरुवार को स्कूलों में सुनिश्चित होगा गुलाबी गोलियों का अनुपूरण :
मुंगेर के सिविल सर्जन डॉ. हरेन्द्र आलोक ने बताया कि कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह के निर्देशानुसार जिला के सभी स्कूलों में आईएफए की गुलाबी गोलियों की उपलब्धता और वितरण की जिम्मेवारी जिला के सभी सीएचसी और पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी की होगी। वो प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी के साथ समन्वय स्थापित कर आईएफए की गुलाबी गोलियों की आवश्यकता का आकलन कर ससमय विद्यालय में उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे। इसके साथ ही वो ये भी सुनिश्चित करेंगे कि प्रत्येक बुधवार व गुरुवार को विद्यालय के माध्यम से गुलाबी गोली का अनुपूरण कराया जाये।
इसके साथ ही गृहभ्रमण के दौरान आशा कार्यकर्ता सप्ताह में एक बार (बुधवार) को 5 से 9 वर्ष के विद्यालय ना जाने वाले बच्चों को गुलाबी गोली का अनुपूरण करवाना सुनिश्चित करेंगी। उन्होंने बताया कि उन्मुखीकरण के बाद आशा कार्यकर्ताओं को 6 से 59 माह के बच्चों को ऑटो डिस्पेंसर के द्वारा आईएफए सीरप का अनुपूरण भी कराना है।
उन्होंने बताया कि आशा के द्वारा वीएचएसएनडी सत्र स्तर पर (प्रत्येक सप्ताह एक गोली) 20 से 24 वर्ष के प्रजनन आयु वर्ग की महिलाओं को (जो गर्भवती अथवा धात्री न हो) आयरन की लाल गोली का अनुपूरण करवाना सुनिश्चित किया जाएगा। साथ ही प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी आशा की मांग के अनुसार आयरन सीरप एवं लाल गोलियां की उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे।
इस आशय की जानकारी देते हुए जिला मूल्यांकन एवं अनुश्रवण पदाधिकारी रचना कुमारी ने बताया कि जारी आदेश के अनुसार दवाओं का अनुपूरण कराया जाएगा। इसके बाद जिले में अभियान चला कर दवाओं का वितरण किया जाएगा। इससे पहले सभी आशा कार्यकर्ताओं का उन्मुखीकरण किया जाएगा। जिसमें उनको 20 से 24 वर्ष के प्रजनन आयुवर्ग की महिलाओं को (जो गर्भवती अथवा धात्री न हो) भी सप्ताहिक आवरण फोलिक एसिड अनुपूरण के तहत आयरन की लाल गोली के अनुपूरण पर जानकारी दी जाएगी। उन्मुखीकरण के बाद आशा की ये जिम्मेदारी होगी कि वीएचएसएनडी सत्र के दौरान 20 से 24 वर्ष के प्रजनन आयुवर्ग की महिलाओं (जो गर्भवती अथवा धात्री न हो) को सप्ताहिक आयरन फॉलिड एसिड लाल गोली अनुपूरण के संबंध में जागरूक करेंगी।