जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय (डीजीजीआई), अहमदाबाद की एक टीम ने गुरुवार और शुक्रवार को दो दिवसीय छापेमारी के दौरान कानपुर में व्यवसायी पीयूष जैन के आवास से 177 करोड़ रुपये की “बेहिसाब नकदी” बरामद की। कन्नौज में उसकी कुछ संपत्तियों की तलाशी चल रही है, इसलिए और छिपे हुए धन के निकलने की संभावना है। पियूष जैन इत्र का बड़ा उत्पादक व् निर्यातक है जिसकी कन्नौज में फैक्टरी हैं और बताया जा रहा है कि यही से इनका माल देश भर में बिना बिल भेजा जाता है जिसका कोई रिकॉर्ड नहीं रखा जाता और भुगतान नकद रूप में आता है जोकि काला धन कहलाता है। यही काला धन उसने कानपुर स्थित अपने आलीशान घर में रखा हुआ था जो अब आयकर अधिकारी जब्त करके अपने साथ ले गए जोकि 177 करोड़ गिना गया इसके गिनने के लिए नोट गिनने की 8 मशीनों का प्रयोग किया गया और स्टेट बैंक के कर्मचारियों एवं अधिकारियों कि मदद लेनी पड़ी।
तलाशी दल ने जैन और उसके दो सहयोगियों के 11 परिसरों की तलाशी ली – एक पान मसाला निर्माता है और दूसरा ट्रांसपोर्टर है। परिसर में कानपुर, मुंबई और गुजरात में कारखाने के आउटलेट, कार्यालय, कोल्ड स्टोरेज और पेट्रोल पंप शामिल थे।