- घर-घर जाकर की जा रही है मरीजों की खोज, दिया जा रहा चिकित्सा परामर्श
- सभी प्रखंडों में चल रहा है सघन कालाजार मरीज खोज अभियान
खगड़िया, 27 दिसंबर।
कालाजार उन्मूलन को लेकर बीते 23 दिसंबर से ही जिले भर में सघन कालाजार मरीज खोज अभियान चल रहा है। जिसके माध्यम से संबंधित क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता अपने-अपने पोषक क्षेत्र में कालाजार मरीजों की खोज कर रही और उन्हें सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी से अवगत करा रही हैं। साथ ही इस बीमारी के शुरुआती लक्षण, कारण, बचाव एवं उपचार की भी जानकारी दे रही हैं। ताकि ऐसे मरीज समय पर अपना इलाज शुरू करा इस बीमारी को आसानी से मात दे सकें। इस अभियान को सफल बनाने के लिए केयर इंडिया, डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ समेत अन्य सहयोगी संगठन के प्रतिनिधियों द्वारा भी सहयोग किया जा रहा है। वहीं, अभियान को सफल बनाने के लिए जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डाॅ विजय कुमार, डीभीबीडीसी बबलू सहनी, भीडीसीओ शहनवाज आलम, केयर इंडिया के डीपीओ कृष्ण कुमार भारती समेत अन्य पदाधिकारी विभिन्न प्रखंडों का भ्रमण कर मरीज खोज अभियान की मॉनिटरिंग करते दिखे।
- घर-घर जाकर की जा रही है मरीजों की खोज :
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डाॅ विजय कुमार ने बताया, बुधवार से जिले भर में घर-घर कालाजार मरीज खोज अभियान चलाया जा रहा है। जिसके माध्यम से संबंधित क्षेत्र की आशा कार्यकर्ता मरीजों की पहचान कर उन्हें इलाज कराने के लिए प्रेरित कर रही हैं। ताकि संबंधित मरीजों का समय पर इलाज शुरू हो सके और बीमारी को आसानी से मात दी जा सके। वहीं, उन्होंने बताया, इसके अलावा लोगों को इस बीमारी से बचाव के लिए जागरूक भी किया जा रहा है। - सभी पीएचसी में नि:शुल्क इलाज की सुविधा उपलब्ध :
डीभीबीडीसी बबलू सहनी ने बताया, कालाजार मरीजों के इलाज की सुविधा जिले के सभी पीएचसी में नि:शुल्क उपलब्ध है। मरीजों को सरकारी अस्पतालों में इलाज कराने पर श्रम क्षतिपूर्ति के रूप में सरकार द्वारा 7100 रुपये की राशि दी जाती है। पीकेडीएल मरीजों को पूर्ण उपचार के बाद सरकार द्वारा 4000 रुपये श्रम क्षतिपूर्ति के रूप में दिये जाने के प्रावधान की जानकारी उन्हें दी जायेगी। वहीं, उन्होंने बताया, 15 दिनों से अधिक समय तक बुखार का होना कालाजार के लक्षण हो सकते हैं। भूख की कमी, पेट का आकार बड़ा होना, शरीर का काला पड़ना कालाजार के लक्षण हो सकते हैं। वैसे व्यक्ति जिन्हें बुखार नहीं हो लेकिन उनके शरीर की त्वचा पर सफेद दाग व गांठ बनना पीकेडीएल के लक्षण हो सकते हैं।