-जिला स्वास्थ्य समिति में बैठक के बाद लिया गया फैसला
-कोरोना उन्मूलन को लेकर स्वास्थ्य विभाग का अभियान जारी
भागलपुर, 3 फरवरी-
कोरोना उन्मूलन को लेकर स्वास्थ्य विभाग का अभियान जारी है। जांच, इलाज से लेकर टीकाकरण का अभियान तेज गति से चल रहा है। इसी सिलसिले में शुक्रवार से जिले के तीन प्रखंडों में जायकोव डी टीका दिया जाएगा। पहले शहरी क्षेत्र, पीरपैंती और सुल्तानगंज में 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को यह टीका दिया जाएगा। इसे लेकर गुरुवार को जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक हुई। बैठक में शुक्रवार से जायकोव डी टीका देने का फैसला लिया गया। बैठक में सिविल सर्जन डॉ. उमेश कुमार शर्मा, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. मनोज कुमार चौधरी, डीपीएम फैजान आलम अशर्फी, केयर इंडिया की डॉ. सुपर्णा टाट समेत डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ और यूएनडीपी के भी प्रतिनिधि शामिल थे।
सिविल सर्जन डॉ. उमेश कुमार शर्मा ने बताया कि शुरुआत में जायकोव डी टीका सूबे के कुछ चुनिंदा जिलों में देने का फैसला लिया गया है। चूकि टीकाकरण में भागलपुर की स्थिति बेहतर है, इसलिए यहां पर शुरुआत में ही जायकोव डी टीका देने का फैसला किया गया है। इसी सिलसिले में गुरुवार को बैठक की गई। बैठक में तैयारी से संबंधित सभी विषयों पर चर्चा हुई। इसे लेकर भागलपुर में तैयारी पूरी है, इसलिए इसे शुक्रवार से ही देने का फैसला लिया गया। शुरुआती तौर पर तीन प्रखंडों में जायकोव डी टीका दिया जाएगा। इसके बाद जिले के अन्य प्रखंडों में भी इसकी शुरुआत होगी।
सुई से डरने वालों को होगी सहूलियतः जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. मनोज कुमार चौधरी ने बताया कि जायकोव डी टीका देने की प्रक्रिया बहुत ही आसान है। इसे डिवाइस के जरिये दिया जाता और लाभुक को पता भी नहीं चलता है कि उसे टीका दे दिया गया। इसे लेकर स्वास्थ्यकर्मियों का प्रशिक्षण भी हो चुका है। यह टीका खासतौर से उनलोगों के लिए है, जिन्हें सुई लेने में डर लगता है। जिले के ऐसे लोग जिन्होंने अभी तक कोरोना का टीका डर से नहीं लिया है, उनके लिए यह काफी सुखद रहेगा। इस टीके को ऐसे लोगों को दिया जाएगा, जिन्होंने कोरोना टीका की अभी तक एक भी डोज नहीं ली है। 28-28 दिनों के अंतराल पर इस टीके की तीन डोज लाभुकों को दी जाएगी।
जायकोव डी से शत प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य जल्द होगा पूराः आईएमए सदस्य और वरीय फिजिसियन डॉ. हेमशंकर शर्मा ने बताया कि सरकार का जायकोव डी टीका देने का फैसला बहुत ही स्वागतयोग्य कदम है। इससे जिले में शत प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य जल्द हासिल होगा। इस टीके की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह सुई जैसी चुभती नहीं है। अभी भी कुछ ऐसे लोग हैं, जिन्होंने अभी तक कोरोना का टीका सुई जैसे चुभने के डर से ही नहीं लिया है। ऐसे लोग आसानी से जायकोव डी टीका लेने के लिए सामने आएंगे। इस वजह से जल्द ही सभी लोगों का टीकाकरण हो जाएगा और जिले को कोरोना से मुक्त करने में मदद मिलेगी।