‘‘वृक्ष द थिएटर’’ ने कमानी आडिटोरियम में थिएटर प्रेमियों केे लिए नेशनल माइक्रो ड्रामा महोत्सव के तीसरे सीज़न थेस्पीज़ 3 का आयोजन किया। एक दिवसीय समारोह की शुरूआत उद्घाटन से हुई, जिसका समापन पुरस्कार वितरण के साथ हुआ। दुनिया में थिएटर के इतिहास में पहली बार एक ही दिन 10 मिनट की अधिकमि अविध के चालीस नाटक पेश किए गए। समारोह के पहले ड्रामा ‘कानपुर-ए-कश्मीर’ का डायरेक्शन पिछले साल के विजेता विजय कपूर द्वारा किया गया, जिसके बाद अंग्रेज़ी, हिंदी, बंगाली, मलयालम और उर्दु सहित विभिन्न भाषाओं में ड्रामा पेश किए गए।
बेस्ट प्रोडक्शन का पुरस्कार अदम्य ग्रुप से बादल और डायनासोर को मिला, बेस्ट डायरेक्टर का पुरस्करर अनुराग ठाकुर (बादल और डायनासोर/ हिंदी) को, बेस्ट एक्टर का पुरस्कार (प्ले चंद का पिंजरा / हिंदी) को, बेस्ट एक्ट्रैस का पुरस्कार लवली राज (बादल और डायनासोर/ हिंदी) को मिला।
वृक्ष द थिएटर का नारा है ‘आर्ट फाॅर ह्युमेनिटीज़ यानि मानवता के लिए कला’। कार्यक्रम के माध्यम से कला और थिएटर जगत के उन दिग्गजों को श्रृंद्धाजली दी गई, जिनकी अनुपस्थिति से आज कला के क्षेत्र में खालीपन आ गया है। इनके नाम हैं अटल बिहारी बाजपेई, मार्टिल नील साइमन और एम करूणानिधी, एलिक पद्मसी, कादर खान, रविन्दर पाण्डे, माधवन नायर। कार्यक्रम का आयोजन ग्रीक कलाकार ‘थेस्पीज’ के नाम पर किया गया, जिन्हें मंच पर परफोर्म करने वाला पहला व्यक्ति माना जाता है। अपनी अनूठी प्रवृति के कारण इस महोत्सव से जुड़े सवाल बैंक की भर्ती परीक्षाओं और सिविल सेवा की प्रतियोगी प्रवेश परीक्षाओं में पूछे जाते रहे हैं।