सदर अस्पताल में संचालित एसएनसीयू में 24 घंटे मिल रही बेहतर स्वास्थ्य सेवा 

  – विश्व स्वास्थ्य दिवस आज • एडमिट नवजातों को सुविधाजनक तरीके से उपलब्ध कराई जा रही बेहतर स्वास्थ्य सुविधा – इलाज के दौरान हर जरूरी बातों का रखा जा रहा ख्याल, मिल रही समुचित स्वास्थ्य सेवा का लाभ   खगड़िया, 06 अप्रैल-गुरुवार को पूरे विश्व में विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया जाएगा। हर साल 07 अप्रैल को मनाए जाने वाले इस दिवस का मुख्य उद्देश्य है कि सामाजिक स्तर पर सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध जानकारी से लोगों को अवगत कराना। ताकि सभी जरूरतमंद लोग सुविधाजनक तरीके से सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध सुविधाओं का लाभ लेकर स्वस्थ्य रह सकें और अनावश्यक परेशानियों का सामना  नहीं करना पड़े। इस उद्देश्य को सार्थक रूप देने के लिए सदर अस्पताल खगड़िया परिसर में संचालित एसएनसीयू  प्रयासरत है। यहाँ आने वाले सभी जरूरतमंद नवजातों को 24 घंटे बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिल रही है। जिसका परिणाम यह है कि ऐसे नवजात के परिजनों का सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों के प्रति विश्वास बढ़ा है। शायद यही बजह होगा कि जिले के विभिन्न प्रखंडों के जरूरतमंद नवजात के परिजन अपने बच्चे का समुचित इलाज कराने के लिए सदर अस्पताल परिसर में संचालित एसएनसीयू पहुँच रहे हैं। जहाँ नवजात को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई जा रही  और एसएनसीयू आने वाले चिंतित परिजन खुश होकर अपने स्वस्थ्य नवजात के साथ घर भी लौट रहे हैं। एसएनसीयू में चिकित्सकों की मौजूदगी में प्रशिक्षित एएनएम द्वारा 24 घंटे बेहतर स्वास्थ्य सेवा दी जा रही है। साथ ही इस दौरान सुरक्षा के हर मानकों का ख्याल भी रखा जा रहा है। जिसके कारण अब ऐसे नवजातों के परिजन अपने नवजात को लेकर बेचिहक सरकारी स्वास्थ्य संस्थान पहुँच रहे  और ऐसे  जरूरतमंद नवजातों के परिजनों की परेशानियाँ दूर होते दिख रही हैं।  आसानी के साथ बेहतर स्वास्थ्य सेवा का लाभ मिल रहा है। – एसएनसीयू में भर्ती नवजातों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए हर जरूरी बातों का रखा जाता है ख्याल : एसएनसीयू प्रभारी डॉ आमोद कुमार ने बताया, यहाँ आने वाले सभी नवजातों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराई जा सके, इसके लिए हर जरूरी बातों का ख्याल रखा जाता है। साथ ही भर्ती  नवजातों के स्वास्थ्य का नियमित तौर पर फॉलोअप किया जाता  और इलाज के दौरान सुरक्षा के हर मानकों का ख्याल रखा जाता है। ताकि नवजात को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सेवा मिल सके और किसी अनावश्यक परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। इसके अलावा नवजात के स्वस्थ्य शरीर निर्माण को लेकर इलाज के पश्चात की जाने वाली आवश्यक देखरेख की भी जानकारी नवजात के परिजनों को दी जाती और उचित देखरेख के लिए प्रेरित भी किया जाता है।  – साँस से पीड़ित नवजात को दी जाती है एसएनसीयू सेवा : एसएनसीयू के चिकित्सक डॉ नरेंद्र कुमार ने बताया कि साँस से पीड़ित नवजात को एसएनसीयू की सुविधा आसानी के साथ उपलब्ध कराई जा रही है। इस दौरान बच्चे की सुरक्षा के मद्देनजर स्वास्थ कर्मी पूरी सतर्कता के साथ नवजात को यह सुविधा उपलब्ध करा रहे हैं। ताकि नवजात को अन्य परेशानियाँ से नहीं जूझना पड़े। – नवजात को स्वस्थ्य रखने के लिए परिजनों को दी जाती है जानकारी : एसएनसीयू के डीईओ सुबोध कुमार ने बताया, इलाज के पश्चात डिस्चार्ज करने के वक्त अस्पताल कर्मियों एवं चिकित्सकों द्वारा नवजात को स्वस्थ्य रखने के लिए परिजनों को आवश्यक चिकित्सा परामर्श दिए जाते हैं। ताकि नवजात का स्वस्थ्य शरीर निर्माण हो। इस दौरान बच्चे को जन्म के बाद छः माह तक नियमित रूप से समय-समय पर स्तनपान कराने, साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखने समेत अन्य आवश्यक जानकारी दी जाती है। – एसएनसीयू सुविधा उपलब्ध कराने के दौरान साफ-सफाई का रखा जा रहा है ख्याल : नवजात को एसएनसीयू की सेवा उपलब्ध कराने के दौरान साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखा जाता है। इसके लिए चिकित्सक, कर्मी समेत अन्य लोग एसएनसीयू प्रवेश करने के पूर्व ही चप्पल-जूता तक प्रवेश द्वार पर ही खोल लेते हैं। ताकि अंदर परिसर में किसी प्रकार की गंदगी से संक्रमण का खतरा उत्पन्न नहीं हो और शत-प्रतिशत साफ सफाई सुनिश्चित हो। इसके अलावे नवजात के परिजनों को भी साफ-सफाई से संबंधित आवश्यक जानकारी देते हुए पालन करने के लिए जागरूक किया जाता है। साथ ही साथ सरकार के गाइलाइन का भी पालन किया जाता है।  – इलाज के दौरान मिल रही अच्छी सुविधा : एसएनसीयू में भर्ती एक नवजात की माँ चौथम निवासी दीप माला कुमारी ने बताया, मुझे सदर अस्पताल में ही प्रसव हुआ था। जन्म के बाद ही मुझे अपने बेटे को जोंडिस होने की जानकारी मिली। जिसके बाद मैं चिकित्सकों के सलाहानुसार अपने नवजात को एसएनसीयू में एडमिट कराये । दोनों जगह मुझे अच्छी सुविधा मिली। जिसके कारण मेरा बच्चा बहुत जल्द स्वस्थ्य हो गया। जिसके बाद मुझे यहाँ से डिस्चार्ज किया गया और मैं अपने स्वस्थ्य बच्चे के साथ घर जा रही हूँ।

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