यूपी के बरेली में पुलिस ने 3,000 करोड़ रुपये की साइबर ठगी का पर्दाफाश एक गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश के बरेली में देश का अब तक का सबसे बड़ा साइबर फ्रॉड का मामला सामने आया है। आरोप है कि साइबर ठगों ने देशवासियों को 3,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का चूना लगाया है। बरेली के साइबर थाने ने खुलासा करने के आरोप में पश्चिम बंगाल निवासी साइबर ठग मंजरुल इस्लाम को गिरफ्तार किया है।

जब देश में लोग कोरोना के कहर का सामना कर रहे थे उस समय बहुत से लोगों की नौकरी चली गई और लोग बेरोजगार हो गए। साइबर ठगों ने तब इसका फायदा उठाया और अमेज़न, फ्लिपकार्ट और ई-वॉलेट नाम से घर-घर का कारोबार शुरू किया। लोग इनके झांसे में आ गए और बड़ी आसानी से अपने खाते की सारी जानकारी दे दी।

पुलिस ने तब यह पता लगाने के लिए एक जांच शुरू की कि क्या साइबर धोखाधड़ी के तार चीन से जुड़े हुए थे। गिरोह में चीन के रहने वाले रेयान नाम के एक युवक का भी नाम है।

पुलिस ने इस मामले में सबसे पहले एक आरोपी को गिरफ्तार किया, जिसके खाते से एक महीने में 201 करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ था। उनके अकाउंट की डिटेल ली गई तो 2000 से ज्यादा पेज की डिटेल सामने आ चुकी है। आरोपी जयदेव महाराष्ट्र जेल में बंद है। पुलिस को महिला द्वारा दिए गए खाते का ब्योरा मिलने पर आरोपी मंजरुल को गिरफ्तार कर लिया गया और पता चला कि इसमें मंजरुल इस्लाम है।

पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार आरोपी मंजरुल गुरुग्राम डॉल्फिन कंसल्टेंट सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड का डायरेक्टर बनकर हरियाणा से अपने बिजनेस अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर रहा था।

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