माननीय न्यायालय ने प्रथम दृष्टि से अपराध होने का संज्ञान लेते हुए अरविंद केजरीवाल को तलब किया था और वह आज 10,000 रूपये के मुचलके पर जमानत पर बाहर हैं -रमेश बिधूड़ी
तरंग संवाददाता: नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के अन्य नेतागण हमेशा से ही मासूम जनता को भ्रमित कर एवं गुमराह कर सत्ता हासिल करने की राजनीति करते हैं इसी के क्रम में दक्षिणी दिल्ली में भी सत्ता लोभ के लिए लगातार 2014 से जनता के बीच भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार श्री रमेश बिधूड़ी कि छवि खराब करने के लिए लगातार झूठे बयान, झूठे आरोप एवं फर्जी अखबार की कटिंग का उपयोग कर रहे हैं। पत्रकार सम्मेलन में प्रदेश महामंत्री श्री रविन्द्र गुप्ता एवं मीडिया प्रमुख श्री अशोक गोयल देवराहा उपस्थिति थे।
फर्जी पैम्फलेट मामला
2014 में लोकसभा चुनाव के दौरान इसी प्रकार से फर्जी पैम्फलेट बनवाकर आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार ने श्री रमेश बिधूड़ी की छवि को खराब करने का प्रयास किया था। जिस गाड़ी में पैम्फलेट को बांट रहे थे, जनता की शिकायत पर एवं श्री रमेश बिधूड़ी की शिकायत पर वह गाड़ी पुलिस ने जप्त कर ली थी। उनके इस कृत्य के खिलाफ श्री रमेश बिधूड़ी ने मानहानि का मुकदमा भी किया है जो अभी माननीय न्यायालय के समक्ष विचाराधीन है।
केजरीवाल ने की अपमानजनक टिप्पणी:
यही नहीं आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने भी आज तक पर अपमानजनक टिप्पणी की थी जिसके विरुद्ध श्री रमेश बिधूड़ी ने माननीय न्यायालय के समक्ष याचिका दायर की जो अभी विचाराधीन है। माननीय न्यायालय ने प्रथम दृष्टि से अपराध होने का संज्ञान लेते हुए अरविंद केजरीवाल को तलब किया था और वह आज 10,000 रूपये के मुचलके पर जमानत पर बाहर हैं।
फर्जी न्यूज आर्टिकल का उपयोग कर ट्वीट किया
इसी प्रकार 2018 में आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता एवं 2019 में लोकसभा चुनाव में दक्षिणी दिल्ली प्रत्याशी श्री राघव चड्ढा ने एक फर्जी न्यूज आर्टिकल का उपयोग कर ट्वीट किया था जिसमें उन्होंने श्री रमेश बिधूड़ी की छवि खराब करने का प्रयत्न किया था, परंतु जिस न्यूज पेपर का उन्होंने हवाला देते हुए ट्वीट किया था उसी न्यूज पेपर ने स्पष्टीकरण देकर यह बताया की इस प्रकार का कोई न्यूज आर्टिकल छपा ही नहीं है। जिसके बाद श्री राघव चड्ढा ने उस ट्वीट पर खेद जताते हुए उसे डिलीट कर दिया था। इसके विरुद्ध भी श्री रमेश बिधूड़ी ने दिल्ली पुलिस को शिकायत दर्ज कराई थी।
इसी क्रम में आम आदमी पार्टी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर फिर एक बार सामान्य जनता जिसमें विशेषतः पूर्वांचल से आने वाले लोगों को गुमराह करने के लिए एक फर्जी न्यूजपेपर कटिंग का उपयोग कर यह बताया था की श्री रमेश बिधूड़ी ने पूर्वांचल क्षेत्र के लोगों के विषय में विवादित टिप्पणी की है। उस न्यूज पेपर कटिंग में ना तो किसी संवाददाता का नाम था और ना ही न्यूज पेपर का, इस आपराधिक षडयंत्र के विरुद्ध श्री रमेश बिधूड़ी ने दिल्ली पुलिस को शिकायत दर्ज कराई थी जिस पर संज्ञान लेते हुए दिनांक 27.11.2018 को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एफआईआर नं.- 140/2018 के तहत केश दर्ज किया है जिसकी जांच अभी भी चल रही है। क्योंकि श्री रमेश बिधूड़ी लगातार आम आदमी पार्टी एवं उनके नेता गणों के कुकृत्य के विरुद्ध लगातार आवाज उठाते रहे हैं इसलिए एक षड्यंत्र रच उनके खिलाफ बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में शिकायत दर्ज करा प्राथमिकी दर्ज कराई गई एवं उसी षड्यंत्र के तहत उस एफआईआर को दबा कर रखा गया जिससे इस लोकसभा चुनाव में उसका फायदा उठा पूर्वांचल के लोगों को गुमराह किया जा सके।
श्री रमेश बिधूड़ी ने यह भी बताया की आम आदमी पार्टी लगातार जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रही है। इसी क्रम में फरवरी 2019 में भी उन्होंने संवैधानिक संस्था चुनाव आयोग पर बेबुनियाद आरोप लगाते हुए यह बताया कि दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी ने 20,00,000 वोट्स कटवा दिए हैं जबकि वोट बनवाना या कटवाना दिल्ली सरकार के अधीन ही कार्यरत प्रशासनिक अधिकारियों का होता है। इसके विरुद्ध श्री विजय गोयल, श्री रमेश बिधूड़ी एवं श्री प्रवेश वर्मा ने चुनाव आयोग में संयुक्त शिकायत दर्ज कराई थी।
श्री रमेश बिधूड़ी ने यह भी बताया कि आम आदमी पार्टी जिसका चेहरा बेनकाब हो चुका है एवं जो अपने ही सर्वे में तीसरे नंबर पर आ चुकी है वह किसी भी हद तक गिरकर सत्ता हासिल करना चाहती है। श्री बिधूड़ी ने यह भी बताया की 2019 की उनके नामांकन के रोड शो में उमड़े जन सैलाब को देखकर श्री अरविंद केजरीवाल एवं उनके उम्मीदवार श्री राघव चड्ढा घबरा गए हैं और जनता के बीच चुनाव लड़ने के बजाएं प्रशासनिक अधिकारियों पर दबाव बना गलत तथ्यों के आधार पर श्री बिधूड़ी का नामांकन रद्द होने की अफवाह उड़ा रहे हैं।
श्री बिधूड़ी ने यह भी बताया कि नामांकन पर ऑब्जेक्शन फाइल करने के बाद श्री राघव चड्ढा की ओर से श्री राहुल मेहरा जो कि दिल्ली सरकार के ही स्थाई अधिवक्ता है और इस जिम्मेदारी को निभाते हुए लगातार जिलाधिकारी साकेत के संपर्क में रहते हैं, पर दबाव बनाने के लिए वह राघव चड्ढा के वकील के रूप में उसी जिला अधिकारी के समक्ष पेश हो गए जो अपने आप में दिल्ली सरकार के ही एक आदेश के हनन का मामला बनता है। क्योंकि वह किसी भी ऐसे मामले में किसी व्यक्ति विशेष की तरफ से पेश नहीं हो सकता जिस मामले में कल दिल्ली सरकार स्वयं पार्टी हो या स्थाई अधिवक्ता के नाते दिल्ली सरकार उनसे राय ले। इसके बावजूद एक षड्यंत्र रच प्रशासनिक अधिकारियों पर जो संविधान एवं विधि के अनुसार अपनी जिम्मेदारियों को निभा रहे थे पर दबाव बनाने के लिए आम आदमी पार्टी ने दिल्ली सरकार के ही स्थाई अधिवक्ता जिसे उसने खुद नियुक्त किया है को उनके दक्षिणी दिल्ली लोकसभा प्रत्याशी के वकील के रूप में जिला अधिकारी के समक्ष पेश कराया परंतु क्योंकि उनके द्वारा उठाई गई आपत्तियां निराधार एवं विधि विरुद्ध थी इसलिए जिलाधिकारी ने आपत्तियों को खारिज करते हुए श्री रमेश बिधूड़ी का नामांकन स्वीकार किया।
आम आदमी पार्टी ने अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए प्रशासनिक अधिकारियों पर दबाव बनाया
पहले तो आम आदमी पार्टी ने अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए प्रशासनिक अधिकारियों पर दबाव बना श्री बिधूड़ी के नामांकन पर आपत्ति जताई थी परंतु इसमें वह विफल रहे तो उन्होंने माननीय उच्च न्यायालय का उपयोग कर अपने राजनीतिक स्वार्थ को पूरा करने का प्रयास कर रही है। एक एक क्षेत्र विशेष के वोट को पाने के लिए अब आम आदमी पार्टी ने अपने उम्मीदवार द्वारा एक निराधार एवं भारतीय संविधान के अनुच्छेद 329 के विरुद्ध एक याचिका दायर करने की नौटंकी कर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जनता को फिर से गुमराह करने का प्रयास किया है कि 1 महीने मैं श्री बिधूड़ी का नामांकन रद्द हो सकता है। परंतु सबसे आश्चर्यजनक बात यह है कि 4 दिन से उन्होंने अपनी याचिका में लगाई गई आपत्तियों को भी दूर नहीं किया है जिससे कि वह माननीय न्यायालय के समक्ष सुनवाई पर लग सके।
श्री बिधूड़ी ने बताया कि यह एक प्रयास है कि किस तरह माननीय उच्च न्यायालय का उपयोग कर अपने राजनीतिक स्वार्थ को पूरा किया जाने का षड्यंत्र रचा गया है। श्री बिधूड़ी ने यह भी बताया की दो-चार दिनों में यह षड्यंत्रकारी लोग फिर किसी ना किसी प्रकार से अपनी याचिका में कुछ कार्यवाही कर जनता को फिर से प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से गुमराह करने की कोशिश करेंगे कि श्री बिधूड़ी का नामांकन रद्द हो सकता है जबकि सच्चाई यह है कि इस प्रकार की किसी याचिका का कोई औचित्य ही नहीं होता। श्री बिधूड़ी ने यह भी बताया कि इस प्रावधान के बारे में आम आदमी पार्टी और उनके आला नेता भी जानते हैं परंतु जनता को गुमराह करने के लिए उन्होंने याचिका दायर करने की नौटंकी की है, जबकि उस याचिका को आज तक सुनवाई के लिए भी नहीं लगवाई। इनका मुख्य उद्देश्य किसी भी तरह जनता को गुमराह कर डरा कर जिससे इनकी पिछले 4 साल की विफलताओं पर पर्दा डालकर फिर एक बार सत्ता हासिल की जाए। श्री बिधूड़ी ने यह भी बताया की जनता इन का असली चेहरा पहचान चुकी है एवं माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में जनता ने फिर से एक बार मोदी सरकार बनाने का संकल्प ले लिया है। श्री बिधूड़ी ने यह बताया इस लोकसभा चुनाव में प्रचंड वोटों से विजई होंगे।
श्री बिधूड़ी ने यह भी बताया कि आम आदमी पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं द्वारा एवं कॉन्ट्रैक्ट पर कुछ व्यक्तियों को रख लगातार बेबुनियाद एवं फर्जी छाया चित्रों के माध्यम से श्री बिधूड़ी की छवि को खराब करने का प्रयास कर रहे हैं। उन सोशल मीडिया अकाउंट पर लगातार श्री बिधूड़ी के विरुद्ध फर्जी फोटो डालकर उनकी छवि खराब करने का प्रयास किया गया है। जिसके विरुद्ध श्री बिधूड़ी ने पहले भी शिकायतें दर्ज कराई है। श्री बिधूड़ी ने यह भी बताया कि 30 तारीख को ही विवेक कुमार गुप्ता जो आम आदमी पार्टी का कार्यकर्ता है, फेसबुक पर एक आपत्तिजनक वीडियो और फोटो को पोस्ट कर श्री बिधूड़ी की छवि खराब करने का प्रयास किया था जिसके विरुद्ध उन्होंने 30.04.2019 को गोविंदपुरी थाने में शिकायत दर्ज कराई थी और इसके बाद उन्होंने जिलाधिकारी, पुलिस उपायुक्त एवं पुलिस आयुक्त के समक्ष भी शिकायत दर्ज कराई है।
– मीडिया विभाग