साल 2021 में देशभर में 59 हजार बच्चे लापता

देशभर में गुमशुदा बच्चों की संख्या बढ़ती जा रही है। कोरोना महामारी के आर्थिक प्रभाव के कारण पिछले दो वर्षों में कई बच्चे लापता भी हो गए हैं। एनजीओ को मिले सरकारी आंकड़ों के मुताबिक साल 2020 में देशभर से 45 हजार बच्चे लापता हो गए।

गैर सरकारी संगठनों का कहना है कि कोरोना महामारी के बाद आई आर्थिक मंदी के दौरान भी कई बच्चे लापता हो गए हैं।

देश भर में लापता बच्चों की कुल संख्या बढ़कर कई गुना हो गई है। 2006 से 2020 की अवधि के दौरान लापता बच्चों की संख्या में 12 गुना वृद्धि हुई है। कैलाश सत्यार्थी के बाल संगठन ने देश भर से 15,000 बच्चों को बचाया। आंकड़े बताते हैं कि कोरोना महामारी के बाद से देशभर में बाल तस्करी में इजाफा हुआ है।

राज्यों पर नजर डालें तो चाइल्ड राइट्स एंड यू नाम के एक नंबर से आरटीआई से मिले आंकड़ों के मुताबिक मध्य प्रदेश में हर दिन औसतन 6 बच्चे लापता हो जाते हैं। जबकि राजस्थान में यह आंकड़ा 13 है। संस्थानों का कहना है कि कुछ बच्चों की तस्करी उनके माता-पिता की अनुमति से की गई है। साल 2020 में देश में कोरोना महामारी के चलते चार महीने के लिए लॉकडाउन किया गया था।

तस्करों ने कोरोना महामारी के दौरान मास्क भी पहन रखा था, जिससे उनकी पहचान करना मुश्किल हो गया था। वर्तमान में, गैर सरकारी संगठन मांग कर रहे हैं कि गुमशुदा बच्चों की रिपोर्ट और जांच के लिए ग्राम स्तर पर समितियां गठित की जाएं।

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