महिला का किया सफल ऑपरेशन, तीन शिशुओं का हुआ जन्म

कसडोल तहसील के ग्राम खर्वे निवासी दिलकुमारी जायसवाल (30) पति दिलहरण जायसवाल को गर्भावस्था के तीसरे माह की सोनोग्राफी में पता चला की उसके गर्भ में तीन भ्रूण पल रहे हैं, जो की दस हजार में से किसी एक महिला में पाया जाता है। जिसे ट्रीपल प्रेगनेंसी कहा जाता है।

ट्रीपल प्रेगनेंसी एक उच्च जोखिम की गर्भावस्था होती है, जिसमें महिलाओं को शुरुआती पांच महीने में ही गर्भपात होने की संभावना रहती है। मरीज दिलकुमारी जायसवाल के पति उसे प्राथमिक उपचार के लिए चंदादेवी तिवारी हॉस्पिटल ले गए, जहां इनका शुरुआत से ही इलाज चला व डॉ. गीतिका शंकर तिवारी स्त्री रोग विशेषज्ञ की सतत निगरानी में मरीज रही। जिससे गर्भ को पूरे 9 माह तक ले जाया गया। 

महिला को गर्भावस्था के ऑपरेशन के उपरांत एक-दो नहीं, बल्कि तीन स्वस्थ शिशुओं का जन्म हुआ। गर्भावस्था में महिला को ब्लड प्रेशर की शिकायत होने तथा जन्म के बाद बच्चों के वजन कम होने से मां तथा बच्चों की स्थिति चिंताजनक थी। लेकिन, चिकित्सालय के डॉक्टरों के अथक प्रयास का परिणाम रहा कि महिला मरीज के साथ तीनों ही बच्चे स्वस्थ हैं,

डॉ. राहुल देव ने बताया कि तीनों बच्चों के फेफड़े पूर्ण विकसित नहीं हुए थे एवं उनके वजन भी सामान्य से कम थे। तीनों शिशुओं को डॉक्टरों के भरपूर प्रयास से बचा लिया गया। तीनों बच्चों को 15 दिनों के बाद छुट्टी दे दी गई।

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