उत्तराखंड में सरयू और गोमती नदियां खतरे के निशान पर, तीर्थयात्रियों को दी चेतावनी

उत्तराखंड में सरयू और गोमती नदियां खतरे के निशान पर बह रही हैं। पिथौरागढ़ और बागेश्वर में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।

मौसम विभाग ने देहरादून समेत पहाड़ों के कुछ हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।

बागेश्वर में मंगलवार के बाद बुधवार को भी भारी बारिश हुई। कुछ घंटों की बारिश रुकने के बाद लगातार हो रही भारी बारिश से सरयू और गोमती नदियों का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। नदी सरयू घाट तक पहुंच गई है और कई इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। नदी में खाई बनने से दर्जनों सड़कें बंद हो गई हैं और जिले में दो पुल बह गए हैं। कई लोगों को अपना घर छोड़ने को भी मजबूर होना पड़ा है।

जोनल मौसम विज्ञान केंद्र निदेशक विक्रम सिंह के हवाले से देहरादून, बागेश्वर, नैनीताल, चमोली, पिथौरागढ़ के कुछ इलाकों में 2 और 3 जुलाई तक भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया गया है।

रेड अलर्ट का मतलब है कि इन इलाकों में बारिश से भूस्खलन या बाढ़ आ सकती है। यह यात्रियों के लिए बेहद सतर्क रहने की चेतावनी है। यात्रियों को विशेष रूप से पहाड़ों की ओर जाते समय मौसम की जानकारी लेकर तैयारी के साथ योजना बनानी चाहिए।

चमोली में बुधवार दोपहर कई जगहों पर भारी बारिश हुई, बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर सड़क के पास घरों में पानी भर गया। बद्रीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब में सार्वजनिक जीवन भी बाधित हो गया क्योंकि सड़क का पानी सीधे सैंवली गांव में घरों में घुस गया। केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड में दो दिनों से हो रही भारी बारिश से मुख्य बाजार की सड़कों पर पानी भर गया।

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