कानपुर।
मरीजों को उच्च कोटि के चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने हेतु हैलट के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग में शुरू की गई स्पेशलिटी क्लीनिक की श्रृंखाला मे, आज मेनोपॉज क्लीनिक का उद्घाटन मुख्य अतिथि डॉ राजशेखर, मंडलायुक्त कानपुर द्वारा किया गया ।
उद्घाटन में डॉ संजय काला, प्राचार्य जीएसवीएएम मेडिकल कॉलेज विशेष अतिथि के तौर पर सम्मलित हुए। कार्यक्रम में डॉ,रिचा गिरी (उप – प्राचार्य ), डॉ .आर के मौर्या (एसआईसी एलएलआर अस्पताल) भी मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
मुख्य अतिथि डॉ राजशेखर ने बताया कि menopausal महिलाओं में होने वाली कैल्शियम की कमी, स्थानीय उपलब्ध खाद्य पदार्थों से काफी हद तक पूरी की जा सकती है ।
विभागाध्यक्ष प्रोफेसर नीना गुप्ता ने बताया कि मेनोपॉज अर्थात रजो – निवृत्ति स्त्री के जीवन चक्र का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है। यह अमूमन 45 से 50 साल की उम्र में होता है। परंतु विगत वर्षों में ऐसा देखा जा रहा है कि भारत एवं अन्य एशियाई देशों में मेनोपॉज की यह उम्र और घट गयी है।
यह वह समय है जब महिलाएं ,चाहे वह कामकाजी हो या गृहणी, अपनी जिम्मेदारियों के लिए पूरी तरीके से समर्पित होती हैं। शारीरिक एवं मानसिक रूप से इस समय उनके ऊपर काफी दबाव होता है, ऐसे में मेनोपॉज से होने वाली परेशानियां जैसे ओस्टेपोरोसीस के फ्रैक्चर, अत्यधिक रक्तस्त्राव, मूत्र सम्बन्धी परेशानिया या कमजोरी उनके स्वस्थ जीवन में बाधा बन सकती है।
डॉ नीना गुप्ता ने बताया कि भारत में 2023 तक लगभग 40 करोड़ महिलाएं मेनोपॉज के पड़ाव में होंगी । अतः उनके स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के निदान के लिए इस प्रकार की क्लीनिक काफी मददगार साबित हो सकती हैं ।
मेनोपॉज क्लीनिक के सह इंचार्ज डॉ गरिमा गुप्ता ने बताया कि इस अवसर पर लगभग 80 महिलाओं की बोन मैरो डेंसिटी (BMD) करने के लिए निशुल्क कैंप भी लगाया गया है।
कार्यक्रम का संचालन डॉ. दिव्या द्विवेदी द्वारा किया गया। सभी संकाय सदस्यो, जूनियर डॉक्टर एवं कर्मचारियों सहित लगभग 150 लोगों ने कार्यक्रम में भाग लिया, जिसमें डा0 रीता गुप्ता, डॉ नीलिमा वर्मा, डॉ. संजय कुमार आदि भी उपस्थित रहे ।