जनसंख्या स्थिरीकरण के लिए जिले में हो रहा है सास- बहू- बेटी सम्मेलन

-कार्यक्रम के आयोजन में पीएसआई इंडिया कर रहा सहयोग

– सास- बहू- बेटी सम्मेलन से परिवार नियोजन अभियान को मिलेगी गति : डी. पी. एम.

 बेगूसराय,

जनसंख्या स्थिरीकरण अभियान को बढ़ावा देने और लोगों को परिवार नियोजन के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से जिले में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। इस पूरे अभियान को सफल बनाने की जिम्मेदारी आशा कार्यकर्ताओं और आंगनबाड़ी सेविकाओं को दी गई है। जो शहरी एवम् ग्रामीण इलाकों में पुरुष और महिलाओं को परिवार नियोजन के साधनों के लिए प्रेरित कर रही हैं। इसी क्रम में जिले के शहरी जन स्वास्थ्य केंद्रों पर सास – बहू – बेटी सम्मेलन का आयोजन  हो  रहा है।

सम्मेलन के सफलतापूर्वक आयोजन में पी एस आई इंडिया द्वारा जिले में सहयोग प्रदान किया जा रहा है। गत शुक्रवार को जिले के उलाव एवम् बाघा यू पी एच सी में एवम् शनिवार को तेलियापोखर तथा बिसनपुर यू पी एच सी में सास बहू बेटी सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम आयोजन के दौरान डी पी एम् शैलेश चन्द्र, डी पी सी प्रभारी प्रिया सहित पी एस आई के राज्य प्रतिनिधि विवेक मालवीय, जिला प्रतिनिधि शालिनी प्रिया एवम् श्रवण कुमार मौजूद रहे। 

परिवार के दोनों सदस्यों को जागरूक करना जरूरी: जिला स्वास्थ्य समिति के डी पी एम् शैलेश चन्द्र  ने बताया कि जनसंख्या स्थिरीकरण के लिए  सरकार ने पी एस आई इंडिया के सहयोग से जिले में सास-बहू बेटी सम्मेलन कराने का निर्णय लिया है। ऐसे आयोजनों से परिवार नियोजन को एक नई गति मिलेगी। बताया कि विभिन्न गतिविधि के माध्यमों से सास-बहू में सामंजस्य स्थापित करते हुए परिवार नियोजन अभियान को बल दिया जा सकेगा। इसके लिए एक साथ परिवार के दोनों सदस्यों को जागरूक करना जरूरी है।

ऐसा इसलिए किया जा रहा है कि मध्यम परिवारों में विशेषकर ग्रामीण इलाकों में सास और बहू  के विचारों में मतभेद होता है। इसलिए एक मंच पर दोनों  को लेकर परिवार नियोजन के फायदों को समझाने से दोनों में इस पर सहमति बन सकती है। वहीं, जिन सास बहुओं में आपसी समझ और परस्पर सामंजस्य है, उनको पुरस्कृत करके लोगों को संदेश भी दिया जा रहा है। जिला स्वास्थ्य समिति की डी पी सी प्रभारी प्रिया ने बताया पहले लोग परिवार नियोजन के प्रति जागरूक नहीं थे, वे इसे गलत मानते थे।

इस कार्यक्रम से न सिर्फ लोग परिवार नियोजन के लिए जागरूक होंगे, बल्कि समाज में व्याप्त बहू  और बेटियों के बीच फर्क है, उसे भी दूर किया जा सकेगा। सम्मेलन में बच्चे दो ही अच्छे स्लोगन के माध्यम से सास-बहू को जागरूक किया जा रहा  और छोटे परिवार के महत्व की जानकारी दी जा रही है। 

सम्मेलन में शामिल महिलाओं को परिवार नियोजन के फायदों की दी गई जानकारी  : पी एस आई के जिला प्रतनिधि श्रवण कुमार ने  इस  सम्मेलन में भाग ले रही सभी महिलाओं को परिवार नियोजन के लिए अपनाए जाने वाले साधन एवम् जनसंख्या स्थिरीकरण के विभिन्न आयामों की जानकारी दी। बताया, सास बहू बेटी सम्मेलन के माध्यम से केवल सास बहू के बीच सामंजस्य स्थापित करना नहीं है, बल्कि इसके माध्यम से महिलाओं को परिवार नियोजन के फायदों के बारे में भी समझ बनानी  जरूरी है। साथ ही, इसके माध्यम से पुरुषों को परिवार नियोजन के स्थायी साधनों के प्रति रूझान पैदा करवाना है।

सम्मेलन में शामिल सभी महिलाओं को परिवार नियोजन के स्थायी और अस्थायी साधन व उसके फायदों की विस्तृत जानकारी भी दी गई। सम्मेलन में महिलाओं को यह भी बताया जा रहा कि लड़का व लड़की की शादी की सही उम्र क्या है। किस उम्र में शादी के बाद पहला बच्चा हो और शादी के दूसरे बच्चे में कम से कम तीन साल का अंतर हो। यह सिर्फ जनसंख्या स्थिरीकरण के लिए ही नहीं है, इन सब से मां और बच्चे दोनों का स्वास्थ्य भी ठीक रहेगा। वहीं छोटा परिवार, सुखी परिवार की नींव भी रखी जा सकेगी। तभी हम सभी गुणवत्तापूर्ण जिंदगी जी सकते हैं और बच्चे को उचित परवरिश व अच्छी शिक्षा दे सकते हैं।

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