मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना • खगड़िया के आठ बच्चों को स्क्रीनिंग के लिए भेजा जाएगा पटना

-आरबीएसके टीम द्वारा सभी बच्चों की पहचान कर किया जा चुका है रजिस्ट्रेशन 

– स्वीकृति मिलते ही बारी-बारी से सभी बच्चों को समुचित जाँच के लिए भेजा जाएगा पटना  

खगड़िया, 12 अगस्त

लोगों को बेहतर और समुचित स्वास्थ्य सेवाएँ उपलब्ध कराने को लेकर जहाँ सरकार पूरी तरह गंभीर है। वहीं, स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सजग और कटिबद्ध है। जिसे सार्थक रूप देने के लिए आरबीएसके टीम की पहल पर जिले के हृदय रोग से पीड़ित बच्चों का पूरी तरह निःशुल्क इलाज कराया जा रहा है। जिसका सार्थक परिणाम यह है कि समुचित इलाज और स्वस्थ होने की उम्मीद छोड़ चुके पीड़ित बच्चे पूरी तरह स्वस्थ हो रहे हें हैं और बच्चों को नई स्वस्थ जिंदगी जीने का की अवसर मिल रहा ही है।

ऐसे पीड़ित बच्चों का जिले की के आरबीएसके टीम द्वारा स्क्रीनिंग कर चिह्नित चिन्हित किया जा रहा है और आवश्यकता के अनुसार समुचित इलाज के लिए पटना या अहमदाबाद भेजा जा रहा है। जहाँ बच्चों का सरकारी स्तर से निःशुल्क समुचित इलाज हो रहा है। इसी कड़ी में आरबीएसके टीम द्वारा जिले के विभिन्न प्रखंडों में कुल आठ ऐसे बच्चे की पहचान की गई है। सभी बच्चे को मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के तहत सरकारी खर्च से जल्द ही स्क्रीनिंग (समुचित जाँच) के लिए आईजीआईसी (पीएमसीएच) पटना भेजा जाएगा। जहाँ स्क्रीनिंग के बाद आवश्यकतानुसार आगे की स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी एवं सभी बच्चों की का पूरी तरह निःशुल्क समुचित जाँच और इलाज होगा।

स्वीकृति मिलते ही सभी बच्चे को स्क्रीनिंग के लिए भेजा जाएगा पटना : आरबीएसके कंसल्टेंट डाॅ प्रशांत कुमार ने बताया, सभी बच्चों का रजिस्ट्रेशन हो चुका है और रिपोर्ट भी पटना भेज दी गई है। स्वीकृति मिलते ही सभी बच्चे को बारी-बारी से स्क्रीनिंग के लिए पटना भेजा जाएगा। वहीं, उन्होंने बताया, सभी बच्चे को आने-जाने समेत सभी सुविधाएं यानी समुचित इलाज की सुविधाएं पूरी तरह मुफ्त मिलेगी। सभी बच्चों के साथ-साथ अभिभावकों का भी खर्च सरकार द्वारा ही वहन किया जाता है।

वहीं, उन्होंने बताया, जन्म से ही हृदय रोग से पीड़ित बच्चे को साँस लेने में परेशानी होती है। हमेशा सर्दी-खांसी रहती है। चेहरे, हाथ, होंठ नीला पड़ने लगता है। जिसके कारण गंभीर होने पर बच्चों के दिल में छेद हो जाता है। ऐसे बच्चों का आरबीएसके (राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम) द्वारा इलाज कराया जाता है।

हृदय रोग से पीड़ित बच्चों के अभिभावक नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में आरबीएसके टीम से संपर्क कर ले सकते हैं लाभ : हृदय रोग से पीड़ित बच्चों का अभिभावक अपने बच्चों को नजदीकी स्वास्थ्य संस्थान में आरबीएसके टीम से संपर्क कर निःशुल्क समुचित स्वास्थ्य सुविधा का लाभ दिला सकते हैं। जानकारी उपलब्ध कराने के पश्चात आवश्यक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। वहीं, उन्होंने बताया, इस समस्या से पीड़ित बच्चों का स्थाई निजात के लिए समय पर इलाज शुरू कराना जरूरी है। अन्यथा, परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। जिन बच्चों के होठ कटे हैं, उसका 03 सप्ताह से 03 माह के अंदर, जिसके तालु में छेद (सुराग) है, उसका 06 से 18 माह एवं जिसका पैर टेढ़े-मेढ़े है, उसका 02 सप्ताह से 02 माह के अंदर शत-प्रतिशत सफल इलाज संभव है। इसलिए, जो उक्त बीमारी से पीड़ित बच्चे हैं, उसके का अभिभावक अपने बच्चों का आरबीएसके टीम के सहयोग से समय पर मुफ्त इलाज शुरू करा सकते हैं।

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