आयुष्मान योजना में बांका, बिहार में तीसरे स्थान पर, कल मिलेगा सम्मान

-जिले में डेढ़ लाख से अधिक लोगों का आयुष्मान कार्ड बन गया है
-सिविल सर्जन और आयुष्मान योजना के डीपीसी जाएंगे पटना
-अधिवेशन भवन, पुराना सचिवालय में आयोजित होगा कार्यक्रम

बांका, 21 सितंबर। आयुष्मान योजना के तहत लोगों को स्वास्थ्य लाभ पहुंचाने में बांका जिला पूरे बिहार में तीसरे स्थान पर है। इसे लेकर शुक्रवार को बिहार स्वास्थ्य सुरक्षा समिति की ओर से अधिवेशन भवन, पुराना सचिवालय पटना में शुक्रवार को एक कार्यक्रम आयोजित किया गया है। जहां पर सिविल सर्जन और डीपीसी (जिला कार्यक्रम समन्वय) को सम्मानित किया जाएगा। इसे लेकर गुरुवार को सिविल सर्जन डॉ. रविंद्र नारायण और डीपीसी पवन कुमार पटना के लिए रवाना होंगे। वहां पर कार्यक्रम का आयोजन सुबह 10 बजे से किया जाएगा।
सिविल सर्जन डॉ. रविंद्र नारायण ने कहा कि यह बहुत ही अच्छी बात है कि बांका जिले के लोग आयुष्मान योजना के तहत स्वास्थ्य सेवा का लाभ उठा रहे हैं। अभी हम तीसरे स्थान पर हैं। कोशिश रहेगी कि इसमें और सुधार हो। इसके लिए पूरी टीम बधाई के पात्र हैं। डीपीसी पवन कुमार ने बताया कि जिले में डेढ़ लाख से अधिक लोगों का आयुष्मान कार्ड बन गया है। अच्छी बात यह है कि इनमें से 10 हजार से अधिक लोगों ने इस कार्ड के जरिये अपना इलाज भी करवाया है।
बाराहाट पीएचसी के प्रभारी औऱ मैनेजर भी होंगे सम्मानितः पटना में होने वाले कार्यक्रम में जिले के बाराहाट पीएचसी के प्रभारी और मैनेजर को भी सम्मानित किया जाएगा। वे लोग भी पटना के लिए गुरुवार को रवाना होंगे। इसके साथ ही शुक्रवार को ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री बिहार के दो आयुष्मान कार्ड के लाभुक से बात करेंगे। इनमें से एक बांका की हैं। बाराहाट प्रखंड की राखी कुमारी से शुक्रवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री टेलीफोन के जरिये बात करेंगे।
नामी-गिरामी अस्पतालों में होता है इलाजः आयुष्मान योजना के जिला कार्यक्रम समन्वयक पवन कुमार कहते हैं कि आयुष्मान कार्ड के जरिये जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में तो मरीजों का इलाज होता ही है। साथ ही भागलपुर के 15 निजी और मायागंज अस्पताल में भी इस कार्ड से मरीजों का इलाज होता है। इसके अलावा देश के सैकड़ों नामी-गिरामी अस्पतालों में भी आय़ुष्मान कार्डधारकों का इलाज किया जाता है। इसलिए जिनलोगों का अभी कार्ड नहीं बना है, वे अपने नजदीकी सीएचसी में जाकर कार्ड बनवा लें। विपरीत परिस्थिति में यह काम आ सकता है।
पांच लाख रुपये तक का मिलता है मुफ्त इलाजः आयुष्मान योजना के तहत कार्डधारक पांच लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज प्राप्त कर सकते हैं। इस योजना का लाभ किसी भी उम्र के लोग ले सकते हैं। इस योजना का लाभ अभी जिले के हजारों लोग ले रहे हैं। जिनलोगों के पास पीएम लेटर आया है, उनका बहुत ही आसानी से कार्ड बन जा रहा है। साथ ही जिनलोगों को पीएम लेटर नहीं भी आया है, और वे योजना के योग्य हैं तो उनका भी कार्ड बनने में कोई परेशानी नहीं होगी। इसके लिए आपके पास 2014 के पहले का राशन कार्ड होना जरूरी है। साथ में अपना आधार कार्ड लेकर अपने नजदीकी सीएचसी (कॉमन सर्विस सेंटर) में जाएं। वहां पर अपना राशन कार्ड दिखाएं। अगर आप इस योजना के योग्य होंगे तो तत्काल आपका आयुष्मान कार्ड बन जाएगा। जिसके बाद आप गंभीर तौर पर बीमार पड़ने पर पांच लाख रुपये तक का इलाज मुफ्त में करवा सकते हैं। कार्ड बन जाने के बाद बीमार होने पर इस योजना से सूचीबद्ध अस्पतालों में भर्ती होने की स्थिति में आयुष्मान कार्ड दिखाएं और मुफ्त में इलाज करवाएं।

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