परिवार नियोजन को बढ़ावा- महिलाओं को दी गई परिवार नियोजन के स्थाई और अस्थाई साधन की जानकारी

  • छोटा परिवार और खुशहाल परिवार नारे पर दिया गया बल
  • जिले में मनाया गया परिवार नियोजन दिवस, महिलाओं को किया गया जागरूक

बेगूसराय, 21 सितंबर

बुधवार को जिले में परिवार नियोजन को बढ़ावा देने के लिए परिवार नियोजन दिवस मनाया गया। जिसका शुभारंभ सिविल सर्जन डाॅ प्रमोद कुमार सिंह ने हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर राजवाड़ा एवं प्राथमिक स्वास्थ्य बरौनी से किया। इसके बाद जिले के अन्य स्वास्थ्य संस्थानों में परिवार नियोजन दिवस मनाया गया। जहाँ गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जाँच की गई। वहीं, परिवार नियोजन अभियान को बढ़ावा देने के लिए जागरूक भी किया गया। इस दौरान परिवार नियोजन के स्थाई और अस्थाई साधन की विस्तृत जानकारी दी गई । इस साधन को अपनाने से होने वाले फायदे की भी जानकारी महिलाओं को दी गई। ताकि अधिकाधिक योग्य महिलाएं इस साधन को सुविधाजनक तरीके से अपना सकें और अभियान का उद्देश्य फलीभूत हो सके। इस मौके पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बरौनी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ संतोष कुमार झा, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक सुबीर पंकज, जपाईगो के डाॅ आनंद दीक्षित , बीसीएम रवि कुमार, यूनिसेफ के बीएमसी सुधीर कुमार आदि मौजूद थे।

  • गुणवत्तापूर्ण जिंदगी जीने के लिए परिवार नियोजन साधन को अपनाना बेहद जरूरी :
    सिविल सर्जन डाॅ प्रमोद कुमार सिंह ने बताया, समाज के हर तबके के सभी परिवार को गुणवत्तापूर्ण जिंदगी जीने के लिए परिवार नियोजन के साधन को अपनाना बेहद जरूरी है। क्योंकि, हम तभी गुणवत्तापूर्ण जिंदगी जी सकते हैं और बच्चे को उचित परवरिश व अच्छी शिक्षा दे सकते , जब हमारा परिवार छोटा और सीमित होगा। छोटा और सीमित परिवार के लिए परिवार नियोजन के साधन को अपनाना सबसे पहली नींव है। वहीं, उन्होंने बताया, परिवार नियोजन दिवस के अवसर पर आयोजित शिविर के दौरान योग्य और सक्षम इच्छुक लाभार्थियों को परिवार नियोजन के साधन को अपनाने के लिए प्रेरित भी किया गया। वहीं, उन्होंने बताया, अब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं शहरी स्वास्थ्य केंद्र के साथ जिले के चिह्नित हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर पर भी प्रत्येक माह के पहले बुधवार को परिवार नियोजन दिवस का आयोजन किया जायेगा।
  • सही उम्र पर शादी और शादी के दो साल बाद पहला बच्चा तथा दूसरे बच्चे में तीन साल का अंतराल जरूरी :
    परिवार नियोजन दिवस के दौरान मौजूद लोगों को शादी सही उम्र पर ही करें, शादी के कम से कम दो साल बाद ही पहला बच्चा हो और दूसरे बच्चे में कम से कम तीन साल का अंतर हो समेत अन्य आवश्यक और जरूरी जानकारी देते हुए जागरूक किया गया। जिसके दौरान यह भी बताया गया कि इससे ना सिर्फ जनसंख्या स्थिरीकरण सफल होगा, बल्कि माँ और बच्चे दोनों स्वस्थ भी रहेंगे। स्वस्थ माँ से ही मजबूत बच्चा संभव है और तभी हम स्वस्थ और गुणवत्तापूर्ण जिंदगी जी सकते और छोटा व खुशहाल परिवार को बढ़ावा मिलेगा।
  • छोटा परिवार, खुशहाल परिवार का दिया गया संदेश :
    परिवार नियोजन दिवस के माध्यम से महिलाओं को छोटा परिवार, खुशहाल परिवार का संदेश दिया गया। दरअसल, आज भी देखा जा रहा है कि लोग परिवार नियोजन को उचित नहीं मानते हैं। खासकर पुराने ख्यालात के लोग तो इसे किसी भी दृष्टिकोण से सही नहीं मानते हैं। जो कि महज एक अवधारणा है और यह अवधारणा वर्षों से चली आ रही है। उक्त कार्यक्रम से ना सिर्फ लोग परिवार नियोजन के लिए जागरूक होंगे, बल्कि वर्षों से चली आ रही है बेटे-बेटियों में फर्क की अवधारणा भी दूर होगी । इसके लिए बच्चे दो ही अच्छे स्लोगन के माध्यम से जागरूक किया गया और छोटा परिवार के महत्व की जानकारी दी गई।
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