आयुष्मान योजना में बेहतर करने पर स्वास्थ्य मंत्री से सम्मानित हुए सिविल सर्जन

-पटना में हुआ कार्यक्रम, डीपीसी भी मौके पर थे मौजूद
-बांका का आयुष्मान योजना में पूरे सूबे में है तीसरा स्थान

बांका, 23 सितंबर। आयुष्मान योजना के तहत लोगों को स्वास्थ्य लाभ पहुंचाने में बांका जिला पूरे बिहार में तीसरे स्थान पर है। पहले स्थान पर मधेपुरा और दूसरे स्थान पर सहरसा है। इसे लेकर शुक्रवार को बिहार स्वास्थ्य सुरक्षा समिति की ओर से अधिवेशन भवन, पुराना सचिवालय पटना में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री और सूबे के स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव भी मौजूद थे। इस दौरान बांका सिविल सर्जन डॉ. रविंद्र नारायण को तेजस्वी यादव ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस दौरान जिले के डीपीसी (जिला कार्यक्रम समन्वय) पवन कुमार भी मौजूद थे।
सिविल सर्जन डॉ. रविंद्र नारायण ने कहा कि बेहतर करने पर जब सम्मान मिलता है तो काम करने का उत्साह और बढ़ा जाता है। बांका जिले में आयुष्मान योजना के तहत बेहतर काम हो रहा है। आगे चलकर हमलोग और अच्छा करेंगे। प्रशस्ति पत्र मिलने से बेहतर काम करने की मुहर भी लग गई। वहीं डीपीसी पवन कुमार ने कहा कि हमलोग लगातार बेहतर करते आ रहे हैं। सम्मान मिलने से जिम्मेदारी और बढ़ गई है। आगे हमलोग अधिक से अधिक लोगों का आयुष्मान कार्ड बनवाने और इसका लाभ दिलवाने का काम करेंगे।
बाराहाट पीएचसी प्रभारी और मैनेजर भी हुए सम्मानितः पटना में आयोजित उसी कार्यक्रम में जिले के बाराहाट पीएचसी की प्रभारी डॉ. रश्मि कुमारी और मैनेजर को भी प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। सम्मान पाने के बाद डॉ. रश्मि कुमारी ने कहा कि हमलोग आयुष्मान योजना के तहत लोगों को लगातार जोड़ रहे हैं। समाज के गरीब तबके के लोगों के लिए यह योजना है। उनलोगों तक सरकारी योजना को पहुंचाना हमलोगों की जिम्मेदारी है।
रजौन की लाभुक राखी कुमारी से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने की बातः वहीं रजौन की रहने वाली लाभुक राखी कुमारी से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मावंडिया ने शुक्रवार को टेलीफोन से बात की। उन्होंने राखी से हाल चाल जाना और उसके स्वास्थ्य के बारे में पूछा। मालूम हो कि राखी को दिल की बीमारी थी और आयुष्मान कार्ड के जरिये उसका छत्तीसगढ़ में इलाज हुआ था। अब वह पूरी तरह से स्वस्थ्य हैं।
जिले के हजारों लोगों को मिला है लाभः डीपीसी पवन कुमार ने बताया कि जिले में डेढ़ लाख से अधिक लोगों का आयुष्मान कार्ड बन गया है। अच्छी बात यह है कि इनमें से 10 हजार से अधिक लोगों ने इस कार्ड के जरिये अपना इलाज भी करवाया है। उन्होंने बताया कि आयुष्मान कार्ड के जरिये जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में तो मरीजों का इलाज होता ही है। साथ ही भागलपुर के 15 निजी और मायागंज अस्पताल में भी इस कार्ड से मरीजों का इलाज होता है। इसके अलावा देश के सैकड़ों नामी-गिरामी अस्पतालों में भी आय़ुष्मान कार्डधारकों का इलाज किया जाता है। इसलिए जिनलोगों का अभी कार्ड नहीं बना है, वे अपने नजदीकी सीएचसी में जाकर कार्ड बनवा लें। विपरीत परिस्थिति में यह काम आ सकता है।

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