चुनौतियों के बावजूद आशा फैसिलिटेटर डेजी कुमारी ने कोविड के मरीजों के घरों तक पहुँचाई स्वास्थ्य सुविधा

  • मुश्किल भरे दौर में कोविड से बचाव एवं टीकाकरण के लिए लोगों को करती रहीं जागरूक
  • कई टीबी मरीजों का भी समुचित इलाज कराने में रहीं सफल, नियमित टीकाकरण में भी बेहतर कार्य

खगड़िया, 08 नवंबर-

बात कोरोना काल के मुश्किल भरे दौर की है। जब पूरी दुनिया कोरोना के प्रभाव से स्थिर-सी हो गई थी। लोग अपनों से भी दूरी बनाने लगे थे। कोई भी शख्स घरों से बाहर झाँकना भी सुरक्षित नहीं समझते थे। तब ऐसे विकट परिस्थिति में भी खगड़िया सदर पीएचसी अंतर्गत बछौता गाँव की आशा फैसिलिटेटर डेजी कुमारी तमाम चुनौतियों को दरकिनार कर अपने कर्तव्य पथ पर पूरी मुस्तैदी के साथ डटीं रहीं । डेजी, कोविड जैसी घातक महामारी से बचाव के लिए जहाँ लोगों को जागरूक करने में सफल रही वहीं, अपने क्षेत्र के शत-प्रतिशत लाभार्थियों का कोविड टीकाकरण कराने में भी अग्रसर रही। हालाँकि, इस दौरान खुद के साथ अपने परिवार की भी सुरक्षा का ख्याल रखते हुए हर तबके के लोगों तक स्वास्थ्य सुविधा पहुँचाना डेजी के लिए बड़ी चुनौती थी। किन्तु, डेजी तमाम चुनौतियों को दरकिनार कर मजबूत इच्छाशक्ति के साथ दोहरी जिम्मेदारी पूरी करने में सफल रही।

  • कोविड संक्रमित मरीजों के घरों तक पहुँचाई स्वास्थ्य सुविधा :
    आशा फैसिलिटेटर डेजी कुमारी ने बताया, कोविड का दौर वाकई मुश्किलों से भरा था। क्योंकि, वह दौर सबके लिए नया था। कोविड के साथ-साथ अफवाह का दौर हर किसी के लिए बड़ी चुनौती के रूप में उभर कर सामने आया था । इसलिए, सामुदायिक स्तर पर लोगों को जागरूक और प्रेरित कर टीकाकरण कराना सुनिश्चित कराने में थोड़ी परेशानी जरूरी हुई। किन्तु, परेशानियों को कभी खुद पर हावी नहीं होने दिया और जीवन के सबसे जिम्मेदारी वाले पल समझ कर अपने कर्तव्य पथ पर पूरी मुस्तैदी के साथ डटी रही। इस दौरान लोगों को कोविड से बचाव के लिए जागरूक करने के साथ संक्रमित मरीजों के घरों तक दवाई किट भी पहुँचाई। ताकि मरीजों को किसी प्रकार की कोई असुविधा नहीं हो और आसानी के साथ स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मिले।
  • कोविड टीकाकरण के लिए घर-घर दी दस्तक, प्रत्येक व्यक्ति को किया प्रेरित :
    डेजी कुमारी ने बताया, कोविड के दौर में भी गृह भ्रमण के तहत घर-घर दस्तक दी और प्रत्येक व्यक्ति को टीकाकरण कराने के लिए प्रेरित किया । इस दौरान शुरुआती दौर में जरूर थोड़ी परेशानी हुई। किन्तु, बाद में लोगों का भी काफी सहयोग मिला और लोग खुद फोन कर पूछने लगे कि दीदी मुझे वैक्सीन लेनी है, कहाँ और कब मिलेगा। इसी तरह सामुदायिक स्तर पर लोगों में जागरूकता आई और धीरे-धीरे लोग कोविड के खिलाफ आगे आने लगे।
  • टीबी संक्रमित मरीजों का भी कराया समुचित इलाज :
    डेजी ने बताया, इस दौरान कई ऐसे व्यक्ति और बच्चे मिले जिसमें टीबी संक्रमण के लक्षण दिखे । ऐसे व्यक्ति को प्रेरित कर जाँच के लिए स्थानीय स्वास्थ्य संस्थानों तक पहुँचाया और जाँच में जिसमें संक्रमण की पुष्टि हुई, उनका सरकारी स्तर से ही समुचित इलाज करवाया । इसके अलावा वह गर्भवती महिलाओं को भी नियमित टीकाकरण, एएनसी जाँच आदि के लिए भी जागरूक करती हैं ।
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