• स्वच्छ पानी के सेवन से कई रोगों से मिलेगी मुक्ति
• हुकवर्म पेट में संक्रमण एवं एनीमिया के लिए होता है जिम्मेदार
लखीसराय –
आज के समय में स्वच्छता एवं साफ-सफाई की जरूरत को सब लोग महसूस कर रहे हैं । क्योकि स्वच्छता एवं साफ़-सफाई ही अन्य रोगों की रोकथाम के साथ एनीमिया बचाव में भी काफ़ी कारगर है। . साथ ही ऐसे कई अन्य संक्रामक रोग भी हैं जो दूषित पानी के सेवन या स्वच्छता के अभाव में फैलती है। . जिसमें डायरिया एवं टायफाइ ड प्रमुखता से शामिल होते हैं। .
हुकवर्म से शरीर में संक्रमण के साथ होती है खून की कमी:
हुकवर्म एक परजीवी होता है। . यह दूसरे जीवित प्राणी के शरीर में जीवित रहते हैं। हुकवर्म इन्फेक्शन छोटी आंत में होता है। . हुकवर्म का लार्वा त्वचा के संपर्क में आने के बाद छोटी आंत में पहुँचता है। . जिसके बाद शरीर में कई तरह के लक्षण दिखाई देने लगते हैं। . जिसमें पेट में दर्द, उल्टी का होना, भूख न लगना, शरीर में खुजली होना, वजन कम जाना एवं थकान जैसे लक्षण शामिल होते हैं। . हुकवर्म के कारण शरीर में हीमोग्लोबिन यानी खून की कमी भी हो जाती है.। सामान्य तौर पर यह संक्रमण गाँव में अधिक होता जिससे छोटे बच्चे भी प्रभावित होते हैं। . यह संक्रमण ज्यादातर गंदगी के कारण ही होता है। . खुले में शौच करना, हाथों की अच्छी से सफाई नहीं करना एवं नंगे पाँव जमीन पर चलने से इस संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। . इस लिहाज से साफ़-सफाई पर अधिक ध्यान देने की जरूरत होती है.।
गर्भवती महिलाएं बरतें सावधानियां:
लखीसराय के चिकित्सा प्रभारी डॉ धीरेन्द्र कुमार ने बताया कि गर्भवती महिलाओं को साफ़-सफाई पर अधिक ध्यान देने की जरूरत होती है। . गर्भावस्था में खून की कमी के गंभीर परिणाम हो सकते हैं। . हाथों की उचित साफ़-सफाई के अभाव में हुकवर्म का खतरा गर्भवती महिलाओं को भी हो सकता एवं इससे संक्रमण के साथ खून की कमी भी हो सकती है। . इस लिहाज से गर्भवती महिलाएं हर बार हाथ धोते समय साबुन या राख का उपयोग करें। . बहते पानी के नीचे हाथ धोएं। . भोजन को तैयार करने या खाने से पहले हाथ धोएं और किसी को खिलाने या दवाइयाँ देने से पहले भी हाथों की सफाई करें। . शौचालय जाने के बाद, शौच करने वाले व्यक्ति की सफाई करने, नाक बहने, खांसने, छींकने या किसी जानवर या जानवर के अपशिष्ट को संभालने के बाद और किसी बीमार व्यक्ति की देखभाल करने से पहले और बाद में भी हाथ धोएं। . साथ ही घर में पीने के पानी को स्वच्छ रखें। . पानी को उबालकर या फ़िल्टर युक्त पानी का सेवन करना जरूरी है। . इससे दूषित पानी से फैलने वाले रोगों की आसानी से रोकथाम हो सकती है.।