आंगनबाड़ी केंद्रों पर उत्सवी माहौल में मना गोदभराई उत्सव, उचित पोषण की दी गई जानकारी

  • नियमित टीकाकरण का भी आयोजन, लाभार्थियों को प्रेरित कर किया गया टीकाकृत
  • जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर हुआ आयोजन,
    -सुरक्षित और सामान्य प्रसव को लेकर भी दी गई जरूरी जानकारी

खगड़िया, 07 दिसंबर। बुधवार को पूर्व से निर्धारित तिथि के अनुसार जिले के सभी प्रखंडों में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों पर उत्सवी माहौल में गोदभराई उत्सव मनाया गया। इस दौरान लाभार्थियों को पोषण से संबंधित विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई एवं स्वस्थ समाज निर्माण को लेकर जागरूक किया गया। मंगल गीतों से कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया और गर्भवती महिला को उपहार स्वरूप पोषण की पोटली दी गई है। जिसमें गुड़, चना, हरी पत्तेदार सब्जियां, आयरन की गोली, पोषाहार व फल आदि शामिल थे। गर्भवती महिलाओं को चुनरी ओढ़ाकर और टीका लगाकर गोदभराई रस्म पूरी की गई। वहीं, सभी महिलाओं को अच्छी सेहत के लिए पोषण की आवश्यकता व महत्व के बारे में जानकारी दी गई।

  • नियमित टीकाकरण का भी आयोजन :
    जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवनंदन पासवान ने बताया, बुधवार को जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर गोदभराई सह टीकाकरण शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें नियमित टीकाकरण के योग्य लाभार्थियों को प्रेरित कर टीकाकृत किया गया एवं टीकाकरण से होने वाले फायदे की विस्तृत जानकारी दी गई। इसके अलावा गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित और सामान्य प्रसव के लिए अन्य जरूरी और आवश्यक सलाह दी गई।
  • सुरक्षित और सामान्य प्रसव के लिए उचित पोषण बेहद जरूरी :
    आईसीडीएस की जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (डीपीओ) सुनीता कुमारी ने बताया, गोदभराई रस्म में सेविकाओं द्वारा गर्भवती महिलाओं के सम्मान में उसे चुनरी ओढ़ाकर और तिलक लगा कर उनके गर्भस्थ शिशु की बेहतर स्वास्थ्य की कामना की गई। साथ ही गर्भवतियों को पोषण संबंधी पौष्टिक आहार फल सेव, संतरा, बेदाना, दूध, अंडा, दाल सेवन करने का तरीका बताया गया। साथ ही गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को आयरन की गोली खाने की सलाह दी गई। जिसमें बताया गया कि गर्भवती महिला कुछ सावधानी और समय से पौष्टिक आहार का सेवन करें तो बिना किसी अड़चन के स्वस्थ बच्चे को जन्म दे सकती हैं। वहीं, उन्होंने बताया, सुरक्षित और सामान्य प्रसव के लिए उचित पोषण बेहद जरूरी है।
  • संस्थागत प्रसव को लेकर भी किया गया जागरूक :
    आईसीडीएस के जिला समन्वयक अंबुज कुमार ने बताया, गोदभराई उत्सव के दौरान मौजूद लाभार्थियों को सुरक्षित और सामान्य प्रसव को बढ़ावा देने के लिए संस्थागत प्रसव को लेकर भी जागरूक किया गया। जिसमें बताया गया कि सुरक्षित और सामान्य प्रसव के लिए उचित स्वास्थ्य प्रबंधन जरूरी है, जो जिले के सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध है। इसलिए, संस्थागत प्रसव को प्राथमिकता दें और अनावश्यक परेशानी से दूर रहें।
  • लाभार्थियों को एनीमिया प्रबंधन की दी गई जानकारी :
    सदर सीडीपीओ रंजना कुमारी ने बताया, गर्भवती माता, किशोरियां व बच्चों में एनीमिया की रोकथाम जरूरी है। गर्भवती महिला को 180 दिन तक आयरन की एक लाल गोली जरूर खानी चाहिए। 10 वर्ष से 19 साल की किशोरियों को भी प्रति सप्ताह आयरन की एक नीली गोली का सेवन करना चाहिए। छह माह से पांच साल तक के बच्चों को सप्ताह में दो बार एक-एक मिलीलीटर आयरन सिरप देनी चाहिए।
  • स्वस्थ समाज निर्माण को लेकर भी लोगों को किया गया जागरूक :
    पिरामल फाउंडेशन के डीपीएल प्रफूल्ल झा ने बताया, गोदभराई उत्सव के दौरान मौजूद लोगों को स्वस्थ समाज निर्माण को लेकर भी जागरूक किया गया। इस दौरान व्यक्तिगत साफ-सफाई समेत अन्य आवश्यक जानकारी दी गई। साथ ही घर समेत आसपास के जगह में भी साफ-सफाई का ख्याल रखने की सलाह दी गई। घर के आसपास जलजमाव नहीं होने देने, कूड़ेदान का उपयोग करने आदि की जानकारियाँ दी गई।
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