प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान • गर्भवती महिलाओं की हुई प्रसव पूर्व जांच

  • चिकित्सकों द्वारा दी गई सुरक्षित व सामान्य प्रसव की जरूरी जानकारी
  • संस्थागत प्रसव को लेकर किया गया जागरूक, दी गई स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी

खगड़िया, 21 दिसंबर। बुधवार को जिले के सभी पीएचसी, सीएचसी, रेफरल एवं अनुमंडलीय व जिला अस्पतालों में गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व (एएनसी) जाँच की गई। यह जाँच प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत स्वास्थ्य संस्थानों में शिविर आयोजित कर की गई। जाँच के पश्चात मौजूद चिकित्सकों ने आवश्यकतानुसार जाँच कराने आई महिलाओं को आवश्यक जानकारियों के साथ महत्वपूर्ण टिप्स भी दिए। साथ ही गर्भवती महिलाओं को रहन-सहन, साफ-सफाई, खान-पान के बारे में भी चिकित्सकों ने विस्तारपूर्वक जानकारी दी। वहीं, शिविर में जाँच के दौरान गर्भवती महिलाओं की ब्लड, यूरिन, एचआईवी, ब्लड ग्रुप, बीपी, हार्ट बीट आदि जाँच की गई और चिकित्सकों द्वारा आवश्यकतानुसार चिकित्सकीय परामर्श दिया गया । एएनसी जांच के लिए शिविर में मौजूद महिलाओं को प्रसव अवधि के दौरान किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर तुरंत चिकित्सकों से जाँच कराने की सलाह दी गई। इधर, सिविल सर्जन डाॅ अमरनाथ झा समेत अन्य पदाधिकारी ने विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों का भ्रमण कर आयोजित शिविरों का निरीक्षण किया।

  • समय पर जाँच कराने से समस्या का आसानी से हो जाता है समाधान :
    सिविल सर्जन डॉ अमरनाथ झा ने बताया, प्रसव अवधि के दौरान किसी भी प्रकार की परेशानी होने पर तुरंत जाँच करानी चाहिए। दरअसल, समय पर जाँच कराने से किसी भी प्रकार की परेशानी का शुरुआती दौर में ही सही पता लग जाता है। शुरुआती दौर में पता लगने पर ही उसे आसानी से दूर किया जा सकता है। इसके लिए सरकार द्वारा स्थानीय स्तर पर एएनसी जाँच की व्यवस्था की गई है। ताकि प्रसव के दौरान गर्भवती महिलाओं को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े और सुरक्षित प्रसव को बढ़ावा मिल सके।
  • ठंड के मौसम में गर्भवती महिला के लिए प्रोटीनयुक्त आहार जरूरी :
    सदर अस्पताल के उपाधीक्षक (डीएस) डाॅ योगेन्द्र सिंह प्रायसी ने बताया, ठंड के मौसम में गर्भवती महिला को प्रोटीन युक्त आहार का सेवन करना जरूरी है। इस दौरान ठंडी चीजें खाने से दूर रहना चाहिए। ताकि शरीर को उचित पोषण मिल सके । जिससे ना सिर्फ गर्भवती स्वस्थ रहेगी, बल्कि सुरक्षित प्रसव को भी बढ़ावा मिलेगा। इसके साथ ही गर्भवती महिलाओं को वर्तमान दौर में सर्द हवाओं से बिलकुल दूर रहना चाहिए । साथ हीं प्रतिदिन धूप में कुछ देर रहने की कोशिश करनी चाहिए। इससे शरीर में तापमान बढ़ेगा। जिससे गर्भवती के साथ-साथ गर्भस्थ शिशु भी स्वस्थ रहेगा। साथ ही सर्दी-खांसी समेत अन्य ठंडजनित मौसमी बीमारी से भी बचाव होगा।
  • शिशु-मृत्यु दर में कमी लाने की है बेहतर व्यवस्था :
    खगड़िया सदर पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ कृष्णकांत कुमार ने बताया, सरकार द्वारा प्रत्येक महीने की 09 और 21 तारीख को गर्भवती महिलाओं की स्वास्थ्य जाँच के लिए निर्धारित किया गया है । यह व्यवस्था शिशु-मृत्यु दर में कमी लाने की बेहतर व्यवस्था हैं। सरकार द्वारा की गई यह व्यवस्था मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम करने की दिशा में अच्छी पहल है। इससे ना सिर्फ सुरक्षित प्रसव होगा, बल्कि शिशु-मृत्यु दर पर विराम भी लगेगा। इसके साथ ही जच्चा-बच्चा दोनों को अनावश्यक परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
  • संस्थागत प्रसव को लेकर किया गया जागरूक :
    पिरामल फाउंडेशन के डीपीएल प्रफुल्ल झा ने बताया, एएनसी जाँच के दौरान महिलाओं को संस्थागत प्रसव को लेकर जागरूक किया गया । साथ हीं उन्हें सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में सुरक्षित प्रसव को बढ़ावा देने के लिए उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी दी गई। ताकि महिलाओं में सुरक्षा के दृष्टिकोण से संस्थागत प्रसव को लेकर किसी प्रकार की हिचकिचाहट नहीं रहे और उत्साह के साथ सभी महिलाएं संस्थागत प्रसव को प्राथमिकता दें।
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