-पहले दिन एक तो दूसरे दिन तीन बच्चों का यहां हुआ इलाज, चढ़ाया गया खून
-मायागंज अस्पताल में थैलेसीमिया डे केयर सेंटर का शुभारंभ होने से हो रहा फायदा
भागलपुर, 10 जनवरी-
मायागंज अस्पताल में शुरू हुए थैलेसीमिया डे केयर सेंटर का लाभ लोगों को मिलने लगा है। चार जनवरी को मायागंज अस्पताल में थैलेसीमिया डे केयर सेंटर का शुभारंभ हुआ था। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने पटना से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये इसका उद्घाटन किया था। उद्घाटन के पांच दिनों तक यहां पर कोई भी मरीज इलाज के लिए नहीं आया था। छठे दिन नौ जनवरी को यहां पर थैलेसीमिया के पहले मरीज का इलाज हुआ। मुंगेर जिले के रहने वाले बच्चे रवीश कुमार को ब्लड चढ़ाया गया। उसके अगले दिन यानी मंगलवार को यहां पर तीन मरीजों का इलाज हुआ। इन तीन मरीजों में एक मुंगेर जिले के तो दो भागलपुर जिले के रहने वाले हैं।
मुंगेर जिले के असरगंज के रहने वाले शिवम कुमार का यहां पर इलाज हुआ। इसी तरह पीरपैंती की सोनपरी और शहरी क्षेत्र के बूढ़ानाथ के रहने वाले ओजस्वी साह का भी इलाज किया गया। तीनों को खून चढ़ाया गया। तीनों बच्चे के इलाज में थैलेसीमिया डे केयर सेंटर के नोडल अधिकारी डॉ. अंकुर प्रियदर्शी और सीनियर रेजिडेंट डॉ. महेंद्र कुमार की भूमिका महत्वपूर्ण रही। डॉ. अंकुर प्रियदर्शी ने बताया कि धीरे-धीरे लोगों को इसकी जानकारी मिल रही है। अब मरीजों का इलाज शुरू हो गया। पहले दिन एक बच्चे का इलाज हुआ तो दूसरे दिन तीन बच्चे। अब धीरे-धीरे इसकी संख्या और बढ़ती ही जाएगी। अच्छी बात यह है कि जिले के लोग तो इस डे केयर सेंटर का फायदा तो उठायेंगे। साथ में आसपास के जिले के बच्चों को इसका फायदा पहुंचेगा।
डॉ. केके सिन्हा हैं अध्यक्ष: मालूम हो कि मायागंज अस्पताल स्थित डे केयर सेंटर में छह बेड की व्यवस्था की गई है। यानी कि एक साथ छह मरीजों को यहां पर ब्लड चढ़ाया जा सकता है। सेंटर प्रतिदिन सुबह 10 से शाम पांच बजे तक चलता है। सेंटर के अध्यक्ष डॉ. केके सिन्हा हैं, जबकि नोडल डॉ. अंकुर प्रियदर्शी बनाए गए हैं। मायागंज अस्पताल स्थित थैलेसीमिया डे केयक सेंटर के संचालन की व्यवस्था केयर इंडिया की ओर से की गई है। नर्स से लेकर डाटा ऑपरेटर तक की व्यवस्था केयर इंडिया की तरफ से की गई है। दो नर्स, एक लैब टेक्नीशियन और एक डाटा ऑपरेटर केयर इंडिया की ओऱ से प्रोवाइड कराया गया है। थैलेसीमिया डे केयर सेंटर में इलाज के लिए आने वाले बच्चों के लिए मनोरंजन की भी व्यवस्था की गई है। इसके तहत एक प्ले जोन भी बनाया गया है। जहां पर कि इलाज से पहले का समय बच्चे व्यतीत कर सकते हैं। मायागंज अस्पातल में बिहार और झारखंड के 15 जिलों के मरीज इलाज कराने के लिए आते हैं। पूर्वी बिहार के बड़े अस्पतालों में इसका शुमार है। यहां पर थैलेसीमिया डे केयर सेंटर शुरू होने से काफी बड़ी आबादी को फायदा पहुंचेगा।