फाइलेरिया और सर्वजन दवा सेवन को ले लोगों में जागरूकता पैदा करने को कैलेंडर लॉन्च 

 – एएनएम स्कूल सभागार में डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेशन कमिटी की मीटिंग में जागरूकता कैलेंडर लॉन्च  – आगामी 10 फरवरी से शुरू हो रहे एमडीए को सफल बनाने को सुपरविजन पर फोकस करने की सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से अपील

  मुंगेर- फाइलेरिया और सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) कार्यक्रम के प्रति  लोगों में जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से शनिवार को सदर अस्पताल परिसर स्थित एएनएम स्कूल सभागार में आयोजित डिस्ट्रिक्ट कॉर्डिनेशन कमिटी (डीसीसी) में जागरूकता कैलेंडर लॉन्च किया गया। इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ.पीएम सहाय, एसीएमओ डॉआनंद शंकर शरण सिंह, सीडीओ डॉ ध्रुव कुमार शाह, डिस्ट्रिक्ट वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल ऑफिसर डॉ अरविंद कुमार सिंह, डीआईओ डॉ राजेश कुमार रौशन सहित कई पदाधिकारी उपस्थित थे ।  आगामी 10 से 24 फरवरी तक जिला के सभी प्रखंडों में चलने वाले सर्वजन दवा सेवन  कार्यक्रम को सफल बनाने को ले आयोजित डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेशन कमिटी की बैठक में जिला के सभी पीएचसी/सीएचसी के  प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, बीएचएम, बीसीएम, जिला स्वास्थ्य समिति से डीपीएम, डीसीएम, डीपीसी, डीएएम, डेवलपमेंट पार्टनर के रूप में डब्ल्यूएचओ, केयर इंडिया, पीसीआई और सीफार के प्रतिनिधि उपस्थित थे। जिला में हाथीपांव के कुल 5120 केस हैं –डिस्ट्रिक्ट कॉर्डिनेशन कमिटी कि बैठक की अध्यक्षता करते हुए सिविल सर्जन डॉ. पीएम सहाय ने बताया कि विश्व भर के फाइलेरिया प्रभावित जनसंख्या का कुल 40% फाइलेरिया के रोगी भारत में हैं। बिहार का लगभग सभी जिला फाइलेरिया से   प्रभावित है। मुंगेर जिला में लिंफाटिक फिलेरियसिस (हाथीपांव) के कुल 5120 केस हैं। जिसमें से  मुंगेर अर्बन में सर्वाधिक 1406 केस है। मुंगेर जिला में कराए गए नाइट ब्लड सर्वे की  रिपोर्ट के अनुसार मुंगेर जिला का माइक्रो  फैलेरिया रेट 2.56% है। इस रिपोर्ट के अनुसार जिला भर में सर्वाधिक 4% माइक्रो फाइलेरिया रेट धरहरा प्रखंड में है। उन्होंने बताया कि सन 2009 से जिला में सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम चल रहा है।  जिला के सभी प्रखंड में माइक्रो फाइलेरिया मिला है।  इसलिए आप लोगों से मेरी अपील है कि इस कार्यक्रम को सफल बनाने में पूरी तैयारी के साथ जुट जाइए। भारत सरकार का पूरा फोकस फाइलेरिया उन्मूलन पर है।  सरकार ने देश से फाइलेरिया उन्मूलन के लिए वर्ष  2027 का लक्ष्य निर्धारित किया है। एएमडीए को सफल बनाने के लिए जिला स्तर पर सारी तैयारियां पूरी–डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेशन कमिटी कि बैठक को संबोधित करते हुए डिस्ट्रिक्ट वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल ऑफिसर डॉ अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि आगामी 10 फरवरी से जिला भर में शुरू हो रहे सर्वजन दवा सेवन  कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जिला स्तर पर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं ।    इसके लिए डिस्ट्रिक्ट एक्शन प्लान भी तैयार कर लिया गया है।  जिला में 14.25 लाख लोगों को फाइलेरिया की दवा खिलाने का लक्ष्य-उन्होंने बताया कि जिला भर की  कुल आबादी 16,77,204 में  14,25,623 लोगों को फाइलेरिया की दवा खिलाने कालक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि पूरे फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम को दो ट्वीन पिलर के रूप में विकसित किया गया है। 1. मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए) । इसके तहत लोगों को फाइलेरिया से बचाव के लिए डीईसी और अल्बेंडाजोल दवा का सेवन कराया जाता है। 2. मॉर्बिलिटी मैनेजमेंट एंड डिसेबिलिटी प्रीवेन्शन  (एमएमडीपी) । इसके तहत फाइलेरिया रोगियों का मैनेजमेंट ऑफ लिंफेडेमा, मैनेजमेंट ऑफ हाइड्रोसील, मैनेजमेंट ऑफ एक्यूट अटैक और फाइलेरिया रोगियों को एंटीफेलेरियल मेडिसिन उपलब्ध कराया जाता है।

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