आज जिलाधिकारी दवा खिलाकर एमडीए अभियान का करेंगे आगाज

-अगले 14 दिनों तक अल्बेंडाजोल और डीईसी की दवा खिलाई जाएगी-अभियान के दौरान जिले के 24 लाख लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य 

बांका- जिले में फाइलेरिया को लेकर एमडीए अभियान का आज शुक्रवार से आगाज हो रहा है, जो अगले 14 दिनों तक चलेगा। अभियान के दौरान जिले के 24 लाख लोगों को डीईसी और अल्बेंडाजोल की दवा खिलाई जाएगी। इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग की तैयारी पूरी हो गई है। प्रभारी जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. योगेंद्र प्रसाद मंडल ने बताया कि सदर प्रखंड में जिलाधिकारी अंशुल कुमार दवा खिलाकर अभियान का आगाज करेंगे तो प्रखंडों में सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी दवा खिलाकर अभियान की शुरुआत करेंगे। प्रखंडों में इस मौके पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी समेत तमाम स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहेंगे तो बांका सदर प्रखंड में जिलाधिकारी के साथ प्रभारी वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी, वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी समेत तमाम स्वास्थ्यकर्मी मौजू रहेंगे। अभियान को लेकर सारी तैयारी पूरी कर ली गई है।दो साल से अधिक उम्र के लोगों को खिलाई जाएगी दवाः प्रभारी जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. योगेंद्र प्रसाद मंडल ने कहा कि अभियान के दौरान दो से पांच साल तक के लोगों को अल्बेंडाजोल की एक और डीईसी की एक गोली खिलाई जाएगी। छह से 14 साल तक के लोगों को अल्बेंडाजोल की एक और डीईसी की दो गोली खिलाई जाएगी। 15 साल या इससे ऊपर के लोगों को अल्बेंडाजोल की एक और डीईसी की तीन गोली खिलाई जाएगी। इसके अलावा दो साल से कम उम्र के बच्चे, गंभीर रूप से बीमार और गर्भवती महिलाओं को दवा नहीं खिलाई जाएगी। अभियान के दौरान इन बातों का ध्यान रखा जाना है। अभियान को लेकर तैयारी पूरीः अभियान की सफलता को लेकर जिले से लेकर प्रखंडों में समन्वय समिति की बैठक आयोजित हो चुकी है। समन्वय समिति की बैठक में स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ आईसीडीएस, जीविका, शिक्षा विभाग व खाद्य आपूर्ति विभाग के कर्मियों के साथ-साथ, पीआरआई मेंबर और विकास मित्रों ने भी भाग लिया है। सभी ने एमडीए अभियान को सफल बनाने का संकल्प लिया है। 10 फरवरी से 14 दिनों तक चलने वाले अभियान में भरपूर सहयोग का भरोसा दिया है। वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी आरिफ इकबाल ने बताया कि अभियान को सफल बनाने के लिए सभी विभाग के साथ समन्वय बनाया गया है। अभियान को सफल बनाने के लिए तैयारी लगभग पूरी है। अभियान से जुड़े लोगों को लगातार निर्देशित किया गया है कि सभी काम समय से पूरे कर लें। अभियान के दौरान किसी तरह की कोताही नहीं होनी चाहिए। क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होता है फाइलेरिया: डॉ. योगेंद्र प्रसाद मंडल ने बताया कि फाइलेरिया एक गंभीर बीमारी है, जो क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होता है। इसका प्रकोप बढ़ जाने के बाद कोई पर्याप्त इलाज संभव नहीं है। लेकिन, इसे शुरुआती दौर में ही पहचान करते हुए रोका जा सकता है। इसके लिए संक्रमित व्यक्ति को फाइलेरिया ग्रसित अंगों को पूरी तरह साफ सफाई करनी चाहिए।

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