-जिले में 14 दिनों तक चलेगा अभियान, अल्बेंडाजोल और डीईसी की गोली खिलाई जाएगी
–अभियान में जिले के दो वर्ष से अधिक उम्र के 24 लाख लोगों को खिलाई जाएगी गोली
बांका, 10 फरवरी- फाइलेरिया को लेकर जिले में एमडीए अभियान का आगाज शुक्रवार को हो गया। खम्हारी बुनियादी विद्यालय में जिलाधिकारी अंशुल कुमार और एसपी डॉ सत्यप्रकाश ने दवा खिलाकर अभियान का आगाज किया। मौके पर जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. योगेंद्र प्रसाद मंडल, डीपीएम ब्रजेश कुमार सिंह, वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी आरिफ इकबाल समेत तमाम स्वास्थ्यकर्मी मौजूद थे। डॉ. योगेंद्र प्रसाद मंडल ने बताया कि जिले में अभियान का आगाज हो जाने के बाद अब आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका और वॉलेंटियर क्षेत्र में जाकर लोगों को गोली खिलाने का काम करेंगे। अभियान के दौरान एक भी व्यक्ति छूट नहीं जाए, इसका विशेष ध्यान रखने के लिए कहा गया है। डॉ. योगेंद्र प्रसाद मंडल ने बताया कि जिले में 10 फरवरी से अगले 14 दिनों तक फाइलेरिया को लेकर एमडीए अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत दो वर्ष अधिक उम्र के लोगों को अल्बेंडाजोल और डीईसी की गोली खिलाई जा रही है। जिले में 24 लाख लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान दो से पांच साल तक के लोगों को अल्बेंडाजोल की एक और डीईसी की एक गोली खिलाई जा रही है। छह से 14 साल तक के लोगों को अल्बेंडाजोल की एक और डीईसी की दो गोली खिलाई जा रही है। 15 साल या इससे ऊपर के लोगों को अल्बेंडाजोल की एक और डीईसी की तीन गोली खिलाई जा रही है। इसके अलावा दो साल से कम उम्र के बच्चे, गंभीर रूप से बीमार और गर्भवती महिलाओं को दवा नहीं खिलाई जाएगी। साथ ही दवा भूखे पेट नहीं खिलाई जायेगी। इसके अलावा सामने ही दवा खिलाने का निर्देश स्वास्थकर्मियों को दिया गया है। अभियान के दौरान इन बातों का ध्यान रखा जाना है।सरकारी विभागों और जनप्रतिनिधियों से भी लिया जा रहा सहयोगः वेक्टर रोग नियंत्रण पदाधिकारी आरिफ इकबाल ने बताया कि अभियान को सफल बनाने के लिए आईसीडीएस, शिक्षा व खाद्य व आपूर्ति विभाग, पीआरआई मेंबर की भी मदद ली जा रही है। समाजसेवियों और स्थानीय जनप्रतिनिधि भी इस अभियान में सहयोग कर रहे हैं। इन लोगों की समाज पर अपना प्रभाव रहता है, इसलिए ये लोग अगर कोई बात कहेंगे तो इसका लोगों पर व्यापक असर पड़ेगा। इसलिए अभियान में इन लोगों से मदद ली जा रही है। इसके अलावा केयर इंडिया, पीसीआई, डब्ल्यूएचओ समेत कई सहयोगी संस्था भी अभियान को सफल बनाने में जोर-शोर से लगे हुए हैं। क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होता है फाइलेरिया: डॉ. योगेंद्र प्रसाद मंडल ने बताया कि फाइलेरिया एक गंभीर बीमारी है, जो क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होता है। इसका प्रकोप बढ़ जाने के बाद कोई पर्याप्त इलाज संभव नहीं है। लेकिन, इसे शुरुआती दौर में ही पहचान करते हुए रोका जा सकता है। इसके लिए संक्रमित व्यक्ति को फाइलेरिया ग्रसित अंगों को पूरी तरह साफ सफाई करनी चाहिए।